Bihar News: पटना में अनियंत्रित कार नहर में समाई, 3 की मौत; 2 की हालत गंभीर Indian Railways: रेलवे ने बदला सीट अलॉटमेंट सिस्टम, अब नहीं मिलेगा ट्रेन में लोअर बर्थ Bihar News: भारत-नेपाल बॉर्डर पर तस्करों और SSB के बीच हिंसक झड़प, 4 जवान घायल Bihar News: बिहार के युवाओं में नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमता में गिरावट, मानसिक उलझनें बढ़ीं; NCRPC सर्वे रिपोर्ट में बड़ा खुलासा Bihar News: 12 साल बीतते ही हाथ से जाएगा मकान, कोर्ट-कचहरी से भी नहीं मिलेगी मदद; समय रहते कर लें यह काम Bihar News: जदयू की हर बूथ पर सख्त निगरानी, पल-पल की खबरों पर BJP की पैनी नजर Bihar News: भारत के टॉप प्रदूषित शहरों में बिहार के 4 शहर शामिल, यहां की हवा है बेहद जहरीली Bihar Weather: बिहार में अब इस दिन से बारिश होगी शुरू, आज इन जिलों के लिए अलर्ट जारी Bihar Crime News: पटना में तृष्णा मार्ट के मालिक को बाइक सवार अपराधियों ने मारी गोली, मौके पर हुई मौत BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी
1st Bihar Published by: RANJAN Updated Fri, 19 Aug 2022 07:32:55 PM IST
- फ़ोटो
KAIMUR: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद कृषि मंत्री सुधाकर सिंह पहली बार कैमूर पहुंचे। बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया है। बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने का ऐलान करते हुए कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि जिन किसानों की खेती प्रभावित हुई है उन्हें एक मुश्त मुआवजा दिया जाएगा। जिन किसानों की खेती हुई है और पानी के अभाव के कारण फसलें नष्ट हो गयी है उन्हें भी क्षतिपूर्ति का मुआवजा दिया जाएगा।
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कैमूर में कहा कि मैं इतिहास के उस दौर में मंत्री पद का शपथ लिया हूं जब सैकड़ों साल में एक बार अकाल आता है। उस भयानक अकाल में हम कार्यभार बीच दौर में संभाले हैं। कैसे बिहार के किसानों को जिन्होंने खेती में पूंजी लगाया है वह वापस आ जाए, हम उस चुनौती को स्वीकार करते हैं और जहां परती खेत है पानी के अभाव में खेती नहीं हुआ है वहां आपदा के जरिए किसानों तक राहत का काम करेंगे। यह संपूर्ण मानवता के लिए संकट है। इंसानों के साथ जीव जंतु सबके लिए संकट की स्थिति है। पीने के लिए पानी, पशुओं के लिए चारा के लिए घोर अभाव होने जा रहा है, हमारी खेती को भी बचाना है।
उन्होंने कहा कि इन सारी स्थिति को फॉलो करते हुए हमें आगे बढ़ना है । यह सूखाग्रस्त घोषित होगा और हम किसानों को दो स्तर में राहत देने जा रहे हैं। जिनकी खेती नहीं हुई है उनको एक मुश्त हम पैसा देने जा रहे हैं और जो खेती कर लिए हैं और उनका जो नुकसान हुआ है उसका हम भरपाई करेंगे। दोनों स्तर पर हम काम करेंगे और तीसरा काम होगा कि अगले फसल के लिए बीज से लेकर खाद तक अलग से मुहैया कराएंगे ।
कृषि मंत्री ने कहा कि अकाल की स्थिति को देखते हुए देश और राज्य स्तर पर हम वैज्ञानिकों को बुलाएंगे कि हम लोगों को सही सलाह दें कि आगे क्या करना चाहिए। सभी वैज्ञानिकों को इसी सप्ताह तुरंत बुलाया जाएगा इस अकाल की स्थिति को देखते हुए। मैं किसान हूं, किसान का बेटा हूं जो इस कुर्सी तक पहुंचा है। स्वभाविक है कि किसानों के पक्ष में फैसला लेंगे । जिस दिन लगेगा कि मैं किसानों के हक में फैसला लेने में असमर्थ हूं उस दिन कुर्सी छोड़ दूंगा।