मानसिक विक्षिप्त-पागल-दिवालिया को संवैधानिक पद पर रहने का अधिकार नहीं, निक्की हेम्ब्रम ने की मांग..नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें नीतीश

मानसिक विक्षिप्त-पागल-दिवालिया को संवैधानिक पद पर रहने का अधिकार नहीं, निक्की हेम्ब्रम ने की मांग..नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें नीतीश

PATNA: कटोरिया विधानसभा क्षेत्र से BJP की विधायक निक्की हेम्ब्रम ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उनके अमर्यादित बयान को लेकर हमला बोला है। उनसे इस्तीफे की मांग की है। निक्की हेम्ब्रम ने कहा है कि नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर उन्हें राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मानसिक रूप से विक्षिप्त-पागल-दिवालिया व्यक्ति को संवैधानिक पद पर रहने का अधिकार नहीं है। 


पटना में बीजेपी प्रदेश कार्यालय में महिला विधायकों और विधान पार्षदों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस दौरान बीजेपी विधायक निक्की हेम्ब्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसीं। निक्की हेम्ब्रम ने आगे कहा कि सदन में सभी महिलाओं का सिर शर्म से झूक गया था। अभिभावक स्वरूप इतने सीनियर और इतने मर्यादित पद पर रहने के बावजूद नीतीश कुमार को समझ नहीं है उन्हें भाषा का ज्ञान नहीं है सबके सामने अश्लील बातें करते हैं और अमर्यादित व्यवहार करते हैं। क्या उनकी नैतिकता यही कहती है। उनको नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर राजनीति से सन्यास ले लेनी चाहिए। 


बीजेपी विधायक ने कहा कि उनके इस व्यवहार से पूरे बिहार के सिर शर्म से झूक गया है। ऐसे मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है। एक मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति, पागल दिवालिया को संवैधानिक पद पर रहने का अधिकार नहीं है। संविधान में भी इस बात का जिक्र है। हम महिलाएं सदन में अपमानित और असहज महसूस कर रहे हैं। 


निक्की हेम्ब्रम ने तेजस्वी यादव से भी पूछा कि क्या विधानसभा और विधान परिषद सेक्स एजुकेशन देने की जगह है। क्या हमलोग इतने नाबालिग हैं कि यह सब चीजे बताने की जरूरत पड़ गयी। यदि आपको इतना ही समझ में आता है कि तो अपने परिवार के लोगों के सामने मुख्यमंत्री को बिठाकर यह एजुकेशन लेनी चाहिए।


नीतीश के माफी मांगने पर कहा कि किसी को भरी सभा में अपमानित करने के बाद यदि आप माफी मांगते हैं तो क्या उनकी मर्यादा लौटकर आएगी। उनकी बहू-बेटियों के साथ ऐसा होता तो क्या वो शांत बैठते। क्या साधारण घर की महिलाओं की इज्जत इज्जत नहीं होती है। यह बहुत ही गंभीर विषय है। मुख्यमंत्री मानसिक दिवालिया पर आ गये है अपनी ओछी हरकतों पर आ गये हैं। नैतिकता के आधार पर नीतीश कुमार को इस्तीफा देकर राजनीति से सन्यास ले लेनी चाहिए।