GAYA: ब्राह्मणों को लेकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बयान पर उनके गृह जिले गया के पंडितों का आक्रोश भड़क गया है. गया के नाराज पंडों ने जीतन राम मांझी को लेकर बड़ा एलान कर दिया है. पंडों ने कहा है कि मांझी ने न सिर्फ ब्राह्मणों बल्कि पूरे सनातन धर्म को अपमानित किया है, अब कोई ब्राह्मण न उनके घर श्राद्ध में जायेगा और ना ही पिंडदान करायेगा।
मांझी के खिलाफ प्रदर्शन
इससे पहले आज गया के ब्राह्मणों ने आक्रोश मार्च निकाला. ब्राह्मण एकता जिंदाबाद के बैनर तले लोगों ने विष्णुपद मंदिर से आक्रोश मार्च निकाला और मांझी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लोगों ने जीतन राम मांझी का पुतला भी फूंका. आक्रोश मार्च का नेतृत्व कर रहे पंडा समाज के नेता प्रेमनाथ टैया ने कहा कि जीतनराम मांझी ने शर्मनाक बयान दिया है, जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
श्राद्ध-पिंडदान नहीं करायेंगे
पंडा नेता प्रेमनाथ टैया ने कहा कि जीतनराम मांझी गया जिले के रहने वाले हैं और गया के लोग ही उनका पूरजोर विरोध कर रहे हैं. गया जिले के सारे ब्राह्मणों ने ये तय किया है जीतनराम मांझी के मरने के बाद उनके श्राद्ध से लेकर उनके घर में किसी धार्मिक आयोजन में कोई भी पंडा या ब्राह्मण समाज का व्यक्ति शामिल नहीं होगा. इतना ही नहीं, उनकी मौत के बाद पिंडदान में भी गया के पंडा शामिल नहीं होंगे।
पंडा समाज ने कहा है कि जीतन राम मांझी गया के रहने वाले हैं औऱ उन्हें गया के ब्राह्मणों ने काफी सम्मान दिया. लेकिन उन्होंने ओछी राजनीति के लिए लोगों की भावनाओं को रौद दिया है. ऐसे बयान देने वाले को किसी हालत में माफ नहीं किया जा सकता है.