बांका से अगवा मुंशी जमुई से बरामद, कुख्यात दो अपराधियों को भी पुलिस ने दबोचा नीतीश को पलटू चाचा कहने पर आनंद मोहन ने तेजस्वी पर कसा तंज, कहा..वो खुद घोलटू भतीजा क्यों बनते है? SAHARSA NEWS: दोस्तों के साथ बाइक से निकले किराना दुकानदार की निर्मम हत्या, मकई के खेत से मिली लाश PURNEA NEWS: महापौर विभा कुमारी ने सुपर सकर मशीन पूर्णिया वासियों को सौंपा, हरी झंडी दिखाकर किया रवाना मांझी की इफ्तार पार्टी में राज्यपाल और मुख्यमंत्री शामिल, टोपी पहने नजर आए नीतीश Gopalganj Crime: नहीं थम रहा जमीन विवाद का मामला, चाकूबाजी में एक महिला की मौत दो की हालत गंभीर Bihar Crime: मुफ्त में आइसक्रीम नहीं दिया तो मुंह में मारी गोली, मेले में सरेआम मर्डर बिहार में औद्योगिक विकास की नई लहर...बिहटा बना निवेश और रोजगार का हब, उद्योग मंत्री ने 4 इकाईयों का किया उद्घाटन Life Style: अखरोट के छिलके भी होते हैं बेहद लाभकारी, ऐसे इस्तेमाल करेंगे तो होंगे फायदे ही फायदे CAG REPORT: कैग रिपोर्ट ने नीतीश सरकार की खोली पोल, सूबे में उच्च शिक्षा की बदहाली...57% शिक्षकों के पद खाली
03-Dec-2019 07:46 PM
PATNA : 19 जनवरी को राज्य में बनने वाले मानव श्रृंखला को शिक्षा विभाग ने सभी डीएम-एसपी को विशेष निर्देश जारी किया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर के महाजन के हस्ताक्षर से जारी पत्र में ह्यूमन चेन को सफल बनाने के लिए अधिकारियों को लंबा-चौड़ा टास्क सौंपा गया है।
सीएम नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली, शराबबंदी और दहेज प्रथा के खिलाफ पूरे राज्य में मानव श्रृंखला बनाने का एलान किया है। 19 जनवरी को पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनायी जाएगी।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश में सभी जिला के लिए अलग-अलग ह्यूमन चेन की लंबाई तय की गयी है। इस बार जो लक्ष्य दिया गया है वो पिछली बार की मानव श्रृंखला से ज्यादा रखा गया है। उदाहरण के तौर पर अगर पटना जिला की बात करें तो यहां श्रृंखला की न्यूनतम लंबाई 696 किलोमीटर तय की गयी है। सबसे लंबी श्रृंखला का जिम्मा मुजफ्फरपुर जिला को मिला है जहां इसकी लंबाई 1320 किलोमीटर होगी।
मानव श्रृंखला को सफल बनाने की जिम्मेवारी पूरी तरह से जिले के डीएम और एसपी को सौंपी गयी है। बनने वाली मानव श्रृंखला में सबसे ज्यादा भागीदारी शिक्षकों और छात्रों की होगी। इस संबंध में भी विशेष तौर पर निर्देश दिया गया है। ह्यूमन चेन से एक से पांच कक्षा तक के बच्चों को मुक्त रखा गया है।
बता दें कि वर्ष 2018 में 21 जनवरी को बाल विवाह और दहेज के खिलाफ मानव श्रृंखला बनायी गयी थी। इससे पहले 2017 में शराबबंदी के खिलाफ मानव श्रृंखला बनायी गयी थी जो 11हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबी थी और लगभग दो करोड़ से ज्यादा लोगों ने शिरकत किया था।