बगहा के रामनगर में भीषण सड़क हादसा: मेडिकल टीम की कार अनियंत्रित होकर पलटी, 5 घायल, एक ANM की हालत गंभीर बिहार चुनाव पर कांग्रेस की समीक्षा बैठक में जमकर ड्रामा: गोली मारने की धमकी, गाली-गलौज, पार्टी ने कहा- वोट चोरी हुई इसलिए हारे इंतजार की घड़ी हुई खत्म: कल बिहार की 10 लाख महिलाओं के खाते में गिरेंगे 10-10 हजार रुपये इंश्योरेंस क्लेम की साजिश का भंडाफोड़: शव की जगह पुतला जलाने पहुंचे दो युवक गिरफ्तार दिल्ली दौरे पर सम्राट: बिहार का गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह और तावड़े से पहली मुलाकात BIHAR: शिक्षा के क्षेत्र में AI को मिलेगी उच्च प्राथमिकता: हर जिले में मॉडल स्कूल-कॉलेज बनाने का निर्देश Bihar Bhumi: पुश्तैनी जमीन की 'रसीद' आपके नाम से नहीं है....तब आप भूमि की बिक्री-रजिस्ट्री कर सकते हैं या नहीं ? नया आदेश क्या कहता है, सब कुछ जानें.... पटना में नाबालिग बच्ची की संदिग्ध मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने की सम्राट चौधरी को मौके पर बुलाने की मांग PATNA: अंचल कार्यालयों में राजस्व विभाग के हेल्प डेस्क के रूप में काम करेंगे VLE, छठे बैच का आवासीय प्रशिक्षण शुरू BHAGALPUR TRAIN ACCIDENT: सबौर स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ते समय महिला की गिरकर मौत, पति घायल
1st Bihar Published by: Updated Sun, 28 Nov 2021 08:11:51 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: पूरे देश के सियासी हलके में ये चर्चा है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाने निकले हैं। लिहाजा बंगाल से बाहर कई राज्यों में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस यानि TMC पूरी ताकत से सियासी जमीन बनाने में लगी है। लेकिन बंगाल के बाहर पहले चुनाव में ही प्रशांत किशोर औऱ तृणमूल कांग्रेस को ऐसा झटका लगा है जिसकी उन्हें उम्मीद भी नहीं रही होगी। त्रिपुरा में हुए निकाय चुनाव में TMC की ऐसी बेईज्जती हुई है जैसा किसी ने सोचा भी नहीं होगा।
त्रिपुरा में बीजेपी की अभूतपूर्व जीत
हम आपको बता दें कि त्रिपुरा में स्थानीय निकायों के चुनाव हुए हैं औऱ उसमें TMC ने ऐसी ताकत झोंकी थी जैसे वह बंगाल का चुनाव लड़ रही हो। प्रशांत किशोर रणनीति तैयार कर रहे थे औऱ बंगाल से TMC के बड़े-बड़े नेता त्रिपुरा में कैंप कर रहे थे। तृणमुल कांग्रेस त्रिपुरा चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची थी औऱ वहां चुनाव ही रद्द कराने की गुहार लगायी थी। हालांकि कोर्ट ने TMC की मांग को नकार दिया था।
आज त्रिपुरा में निकाय चुनाव का परिणाम आया। बीजेपी को ऐसी जीत मिली है जैसी किसी पार्टी को पहले कभी नहीं मिली थी। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला समेत कुल 14 नगर निकायों में चुनाव हुए औऱ सभी पर बीजेपी ने कब्जा जमाया। स्थिति ये हुई कि निकाय चुनाव में कुल 334 सीट थे जिनमें 329 सीटें अकेले बीजेपी ने जीती। बीजेपी के बाद दूसरे नंबर पर सीपीआई एम रही जिसे तीन सीटों पर जीत मिली। तृणमूल कांग्रेस के खाते में 334 सीटों में से सिर्फ एक सीट आयी जबकि एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी के पास गयी।
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में नगर निगम की सभी 51 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते हैं. बीजेपी ने सिर्फ अगरतला ही नहीं बल्कि खोवाई नगर परिषद, बेलोनिया नगर परिषद, कुमारघाट नगर परिषद, सबरूम नगर पंचायत, धर्मनगर नगर परिषद, तेलियामुरा नगर परिषद और अमरपुर नगर पंचायत में भी क्लीन स्वीप किया है. यानि इन जगहों पर किसी दूसरी पार्टी को एक भी सीट नहीं आय़ी।
त्रिपुरा में आये रिजल्ट पर बंगाल में भी राजनीति हो रही है. बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेन्दु अधिकारी ने कहा कि बीजेपी बंगाल के भ्रष्ट और फासीवादी तोलामूल पार्टी का सफाया करने के लिए त्रिपुरा के लोगों की आभारी है. उधर ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि टीएमसी के सैनिक त्रिपुरा में बहादुरी से लड़े।
प्रशांत किशोर को झटका
हम आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं। लिहाजा TMC बंगाल के बाहर पूरा जोर लगा रही है। त्रिपुरा, असम, गोवा से लेकर मेघालय जैसे राज्यों में प्रशांत किशोर की टीम औऱ ममता बनर्जी के प्रमुख सिपाहसलार कैंप कर रहे हैं। कांग्रेस औऱ दूसरी पार्टियों से नेताओं को बड़े पैमाने पर टीएमसी में शामिल कराया जा रहा है। लेकिन बंगाल के बाहर पहली परीक्षा त्रिपुरा के निकाय चुनाव में हुई और टीएमसी की भारी भद्द पिटी।