KOLKATA: अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अब नागरिकता संशोधन बिल के प्रदर्शन में मारे गए लोगों पर राजनीति करेगी. यूपी में मारे गए लोगों के परिजनों से टीएमसी का चार सदस्तीय प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा. बीजेपी को घेरने के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इसको लेकर मौके की तलाश में हैं.
यूपी में मारे गए 8 लोग
यूपी के कई जिलों में नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में उग्र प्रदर्शन हो रहा है. इसमें अबतक आठ लोगों की मौत हुई है. यह मौत मेरठ में तीन, बिजनौर में 2,फिरोजाबाद और संभल में एक-एक और लखनऊ में घायल युवक की मौत हुई है. अलग-अलग झड़प में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं. प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन के दौरान कई पुलिस चौकियों को आग के हवाले कर दिया था. कई बसों और ओबी वैन को भी आग के हवाले कर दिया था. अभी भी कई जिलों में प्रदर्शन चल रहा है.
यूपी की तरह बंगाल में भी हुआ बवाल
ऐसा नहीं है कि नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में यूपी में ही प्रदर्शन हो रहा है. यूपी से पहले पश्चिम बंगाल में भी जमकर उपद्रव हुआ था यहां पर ट्रेन समेत कई बसों को आग के हवाले कर दिया था. पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया था. पश्चिम बंगाल में इसका विरोध हो भी रहा है.
बीजेपी को जवाब देने के लिए मौका खोज रही टीएमसी
सीएम ममता बनर्जी एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल का विरोध कर रही है और केंद्रीय गृह मंत्री हर हाल में यहां पर एनआरसी लागू करने का ऐलान पहले ही कर चुके हैं. अब ममता प्रतिनिधिमंडल यूपी भेजकर यूपी सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधने की तैयारी में हैं. बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में बिहार,असम, यूपी, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और बिहार समेत कई राज्यों में उग्र प्रदर्शन हो चुका है.