DESK : बिहार मूल के इस आईपीएस ऑफिसर का अंदाज देख इनके फैन हो जाएंगे। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में साहब बतौर एसएसपी यानि सीनियर सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस यानि जिले के बतौर पुलिस मुखिया तैनात है। अधिकारी महोदय को मजदूरों के हंगामे के बीच अपने बिहार की याद आ गयी है और फिर उनका मस्त भोजपुरिया अंदाज देखने को मिला। एसएसपी साहब के इस अंदाज को देखकर हंगामा कर रहे मजदूर भी ताली बजाने से खुद को नहीं रोक पाए और काफी तन्मयता से उनकी बातों को सुना।
कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में लॉकडाउन है और हजारों की संख्या में मजदूर फंसे हुए हैं। रोजगार के चक्कर में कई मजदूर फैक्ट्रियों में ही रुके हैं। जम्मू रीजन के कठुआ क्षेत्र में शुक्रवार को कपड़ा मिल में काम करने वाले मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। मजदूरों ने आरोप लगाया कि उन्हें पूरा वेतन नहीं मिला है।यहां आज सैकड़ों मजदूर कठुआ की सड़कों पर उतरे और कपड़ा मिल के आसपास के इलाके में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान वहां मौजूद कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया।
मजदूरों के हंगामे के बीच जिले के एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा लोगों के बीच पहुंचे। उन्होनें माइक पकड़ी औरप मजदूरों को भोजपुरी भाषा में समझाना शुरू कर दिया। एसएसपी साहब ने भोजपुरी भाषा में लोगों से बात की और उन्हें भरोसा दिलवाया कि वो मिल मालिक से बात कर उनकी बाकी सैलरी दिलवाएंगे। शैलेन्द्र मिश्रा ने लोगों से कहा कि 'ऐ मे नुकसान बा मजदूर भाई के और दोसर नुकसान बा पुलिस वाला के । हम पेमेंट वाला मुद्दा पर मैनेजमेंट से बात कईनी ह, हम पूछनी ह कि स्टॉफ के कितना पेमेंट देनी ह' इसके बाद उन्होनें कहा कि 'हम रवा सबे के बीच डंडा ले के नईखी अईली, हम अकेले आइल बानी, रवा सबे के समस्या हल करे आइल बानी'। इसके बाद उन्होनें तमाम पुलिसवालों को पीछे हटने को कह दिया।
एसएसपी साहब के इस अंदाज से मजदूर भी ताली बजाने से खुद को नहीं रोक पाए और काफी तन्मयता से उनकी बातों को सुना । एसएसपी साहब की बातों का खासा असर दिखा। एसएसपी साहब के समझाने के बाद मजदूरों ने पुलिस की बात मान ली। पुलिस की ओर से भरोसा दिलवाया गया कि प्रशासन चेनाब कपड़ा मिल से उनके वेतन को लेकर बात करेगा और और उनका हक दिलवाएगा।