ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

महिला की मौत के बाद आपस में उलझे हिंदू-मुस्लिम बेटे, अम्मी और मां के अंतिम संस्कार की लड़ाई है दिलचस्प

महिला की मौत के बाद आपस में उलझे हिंदू-मुस्लिम बेटे, अम्मी और मां के अंतिम संस्कार की लड़ाई है दिलचस्प

LAKHISARAI: बिहार के लखीसराय से एक ऐसा मामला सामने आया है जो किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं है। यहां एक महिला की मौत के बाद उसके दो बेटे आपस में भीड़ गए। एक बेटा हिंदू है जबकि दूसरा मुस्लिम। दोनों अपने धर्म के रीती रिवाज के अनुसार अपनी अम्मी/मां का अंतिम संस्कार करना चाहते थे। मामला जिले के चानन प्रखंड व थाना क्षेत्र के जानकीडीह गांव का है। महिला का एक बेटा मोहम्मद मोफिल है, जबकि दूसरे का नाम बबलू झा है।  



आइए आपको बता दें, पूरा मामला क्या है। दरअसल, मृतक महिला रायका खातून की शादी एक मुस्लिम से हुई थी लेकिन उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया था। उस पति से महिला के दो बेटे हुए थे। एक मोहम्मद मोफिल, दूसरा मोहम्मद सोनेलाल। बाद में एक ब्राह्मण राजेंद्र झा को रायका खातून से प्यार हो गया और उसने महिला से हिंदू रीती रिवाज से शादी कर ली। हालांकि, उन्होंने कभी महिला का न तो धर्म परिवर्तन कराया और न ही अपना धर्म उनके ऊपर थोपा। शादी के बाद दोनों को एक बेटा बबलू और एक बेटी तेतरी हुई। 




राजेंद्र झा अपनी पत्नी रायका खातून को लेकर एक दूसरे गांव में चला गया और चारों बच्चों के साथ रहने लगा। स्थानीय लोग कोई विवाद न करें इसके लिए राजेंद्र झा ने अपनी पत्नी को हिंदू का नाम रेखा देवी दे दिया। हालांकि वे अपने धर्म को ही मानती थी और अपने पति के धर्म की भी इज्ज़त करती थी। लेकिन मंगलवार को उनकी मौत हो जाने के बाद मुस्लिम बेटा और हिंदू बेटा आपस में भीड़ गया। एक का कहना था कि अम्मी का अंतिम संस्कार मुस्लिम रीती रिवाज से हो जबकि एक कह रहा था कि मां का हिन्दू रीती रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाए। 




 बाद में सूचना पाकर एएसपी सैयद इमरान मसूद मौके पर पहुंचे और दोनों बेटों को समझाया-बुझाया। वहीं, अब इस कहानी की चर्चा जिलेभर में हो रही है। जो लोग राजेंद्र झा और रायका खातून उर्फ़ रेखा देवी की प्रेम कहानी नहीं जानते थे अब वे लोग भी इस लव स्टोरी को जान गए हैं।