DELHI : इस वक्त की बड़ी खबर महाराष्ट्र से जुड़ी हुई. महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक ड्रामेबाजी का अंत हो गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की सिफारिश पर मुहर लगाते हुए महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन को मंजूरी दे दी है.
इस बीच शिवसेना ने सरकार गठन के लिए और समय दिये जाने से महाराष्ट्र के राज्यपाल के इनकार करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शिवसेना की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर राज्यपाल के फैसले पर सवाल उठाए याचिका में कहा गया कि राज्यपाल से उन्होंने 3 दिन की मोहलत की मांग की थी जिसको राज्यपाल ने मना कर दिया. शिवसेना ने अपनी याचिका में कहा कि शिवसेना ने सरकार बनाने के लिए 3 दिन की मोहलत की मांग की थी और इस 3 दिनों के दौरान वह एनसीपी और कांग्रेस के साथ बातचीत कर समर्थन जुटाना चाह रहे थे लेकिन उनको यह मोहलत नहीं दी गई.
वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने पहुंचे हैं. बता दें कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश वाली खबर आने के बाद राजभवन के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.