Bihar News: विजयादशमी के बीच बिहार में बड़ा हादसा, कोसी नदी में पलटी नाव; पांच किसान डूबे Bihar News: विजयादशमी के बीच बिहार में बड़ा हादसा, कोसी नदी में पलटी नाव; पांच किसान डूबे रावण को कहीं दामाद, तो कहीं प्रथम देवता के रूप में होती है पूजा..दशहरा पर ये है परंपरा Bihar Crime News: बिहार में नशेड़ी ने पूजा पंडाल में मचाया जमकर उत्पात, रोकने पर युवक को मारी गोली Bihar Politics: गिरिराज सिंह ने लालू प्रसाद को बताया असली रावण, बिहार की बदहाली के लिए खूब कोसा Dussehra 2025: ‘ऐसा जवाब देंगे कि भूगोल बदल जाएगा’ विजयादशमी पर शस्त्र पूजन के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया Dussehra 2025: ‘ऐसा जवाब देंगे कि भूगोल बदल जाएगा’ विजयादशमी पर शस्त्र पूजन के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया Bihar News: बिहार के इस जिले में बाघ का आतंक, बुजुर्ग को घसीटकर ले गया; तीन घंटे बाद मिला शव Bihar News: बिहार के इस जिले में बाघ का आतंक, बुजुर्ग को घसीटकर ले गया; तीन घंटे बाद मिला शव Bihar News: विसर्जन के दौरान बिहार में हादसा, वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की मौत; कई लोग झुलसे
1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Mon, 05 Jul 2021 03:54:46 PM IST
- फ़ोटो
PURNEA: महानंदा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से कई गांवों में कटाव जारी है। 15 दिनों से लगातार महानंदा नदी अपना कहर बरपा रही है। इसे लेकर लोगों में दहशत का माहौल है। बायसी के बंगामा पंचायत स्थित मड़वा महादलित टोला के कई मकान महानंदा नदी में समा चुके हैं और जो मकान बचे है उन्हे लोग खुद तोड़ने को मजबुर हैं। वही विस्थापित हुए लोगों की सुध लेने वाला तक कोई नहीं है।
जिन लोगों का घर कटाव के कारण नदीं में समा गये वे बायसी के मड़वा मध्य विद्यालय में शरण लिए हुए है लेकिन सरकार की ओर से यहां किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। जिसे लेकर लोगों में असंतोष देखा जा रहा है। पीड़ितों कहना है कि कई जनप्रतिधि और अधिकारी आए जरूर लेकिन आश्वासन के सिवाय उन्हें अब तक कुछ भी नसीब नहीं हुआ।
पीड़ितोंं ने बताया कि सरकार की ओर से कटाव निरोधी कार्य चलाए जाने की बात कही गयी लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। कई घर कटाव के कारण नदीं में समां चुके है और जो बचे हैं वे भी आज ना कल महानंदा नदीं के आगोश में समां जाएंगे।
कटाव से अपना घर द्वार खो चुके महादलित परिवार 30 जून से मध्य विद्यालय मड़वा में शरण लिए हुए हैं लेकिन जिला प्रशासन के लोग अब तक झांकने तक नहीं पहुंचे। भूखे पेट लोग यहां सोने को मजबुर हैं। पानी नसीब है लेकिन चावल नहीं और जलावन है लेकिन चूल्हा नहीं । सरकार की तरफ से मध्य विद्यालय मड़वा में अबतक भोजन की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। विस्थापितों की सुध लेना भी किसी ने मुनासिब नहीं समझा। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।