महागठबंधन में ही सेंध लगाकर बीजेपी को हरायेंगे नीतीश: कांग्रेसी नेता औऱ मेयर पत्नी को पार्टी में शामिल कराया, जमकर मनाया जश्न

महागठबंधन में ही सेंध लगाकर बीजेपी को हरायेंगे नीतीश: कांग्रेसी नेता औऱ मेयर पत्नी को पार्टी में शामिल कराया, जमकर मनाया जश्न

PATNA: नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने अपने प्रदेश कार्यालय में बड़ा मिलन समारोह आयोजित किया. नीतीश कुमार को छोड़ दें तो पार्टी के तमाम बड़े नेता इस मिलन समारोह में मौजूद थे. ललन सिंह, विजय चौधरी, संजय झा जैसे तमाम नेता मिलन कराने आये थे. मिलन हो रहा था दरभंगा के नेता डब्बू खान और उनकी पत्नी अंजुम आरा का. अंजुम आरा पिछले चुनाव में दरभंगा की मेयर चुनी गयी थी. डब्बू खान और उनकी मेयर पत्नी जेडीयू में शामिल हुईं और जेडीयू ने दावा कर दिया कि अब दरभंगा में बीजेपी का नामलेवा नहीं बचेगा.


महागठबंधन में सेंध लगा कर भाजपा को हरायेंगे

अब ये जान लीजिये कि जेडीयू में शामिल होने वाली दरभंगा की मेयर अंजुम आरा और उनके पति डब्बू खान कौन हैं. दरभंगा के सिबगतुल्लाह खान उर्फ डब्बू खान नगर निगम के वार्ड पार्षद रह चुके हैं. उनकी सीट से ही अंजुम आरा भी दो बार वार्ड पार्षद रह चुकी हैं. अंजुम आरा हाल ही में हुए नगर निगम के चुनाव में जीतकर महापौर बनी हैं. डब्बू खान फिलहाल कांग्रेस के नेता हैं. वे जिला कांग्रेस कमिटी के सदस्य भी हैं. डब्बू खान कांग्रेस में काफी सक्रिय रहे हैं. वैसे डब्बू मूलत: राजद में थे और पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी के बेहद करीबी थे. फातमी ने जब राजद छोड़ी थी तो डब्बू खान कांग्रेस में शामिल हो गये.


जेडीयू ने अपने ही गठबंधन के नेता को अपने पाले में लाकर दरभंगा में मैदान जीत लेने का दावा कर दिया. बता दें कि कांग्रेस बिहार में महागठबंधन में शामिल है और तीसरी बड़ी पार्टी है. दरभंगा के मेयर चुनाव में मुसलमान वोटरों की गोलबंदी के कारण अंजुम आरा मेयर चुनी गयी थीं. मुसलमान वोटर वैसे भी भाजपा के विरोध में है और महागठबंधन के साथ है. जेडीयू ने अंजुम आरा के अपनी पार्टी में शामिल होने का जश्न ऐसे मनाया मानो बीजेपी का बडा किला ढह गया हो. 


लाचार बनी कांग्रेस

वैसे दिलचस्प स्थिति कांग्रेस की है. वह महागठबंधन में शामिल पार्टी है औऱ उसके नेता को ही महागठबंधन की दूसरी पार्टी ने तोड़ लिया. लेकिन कांग्रेस का कोई नेता प्रतिक्रिया देने को तैयार नहीं है. प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने जुबान बंद कर लिया है. अमूमन एक ही गठबंधन में शामिल पार्टियां सहयोगी दल में सेंधमारी नहीं करती हैं. लेकिन कांग्रेस अपनी पार्टी में सेंधमारी के बावजूद कुछ बोल नहीं पा रही है.