मगध यूनिवर्सिटी के VC पर विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, 30 करोड़ से अधिक की वित्तीय अनियमितता उजागर

मगध यूनिवर्सिटी के VC पर विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, 30 करोड़ से अधिक की वित्तीय अनियमितता उजागर

DESK:  मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के वीसी पर विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। कुलपति के कई ठिकानों पर विजिलेंस की स्पेशल यूनिट ने एक साथ छापेमारी की। जिसमें 30 करोड़ से अधिक की वित्तीय अनियमितता का उजागर हुआ है। गोरखपुर स्थित आवास से 5 लाख रुपये कैश बरामद किए गये है। विजिलेंस यूनिट ने कई फाइलों को भी जब्त की है। जिसमें 47 के बदले 86 गार्ड की नियुक्ति की बात भी सामने आई है। गोरखपुर आवास पर एक करोड़ की अचल संपत्ति का भी पता चला है।  


मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के ऊपर निगरानी की स्पेशल विजिलेंस से यूनिट ने नकेल कसी है। कुलपति के कई ठिकानों पर निगरानी की एसवीयू ने एक साथ छापेमारी की। इससे पहले स्पेशल विजिलेंस कोर्ट ने कुलपति के खिलाफ सर्च वारंट जारी किया था। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की निगाहें लंबे समय से कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर थी। टीम इनसे जुड़े साक्ष्य काफी समय से एकत्र कर रही थी। 


पुख्ता सबूत हाथ लगने के बाद मगध विवि के कुलपति, इनके सहायक सुबोध कुमार, मेसर्स पूर्वा ग्राफिक्स, बीर कुंवर सिंह विवि के वित्त पदाधिकारी ओमप्रकाश, पाटलिपुत्र विवि के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार व अन्य अज्ञात के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आइपीसी, पीसी एक्ट 1988 व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। एसवीयू ने यह केस 16 नवंबर को दर्ज किए। मामला दर्ज करने के बाद स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने विशेष कोर्ट से सर्च आपरेशन की अनुमति मांगी। अनुमति मिलने के बाद बुधवार की सुबह की एसवीयू की अलग-अलग टीमों ने कुलपति राजेंद्र प्रसाद के ठिकानों पर धावा बोला और जांच शुरू कर दी। 


मिली जानकारी के अनुसार मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर 20 करोड़ रुपये के सरकारी धन के गबन के आरोप हैं। इसके अलावा भी इन पर दूसरे भी कई आरोप हैं। यह छापामारी फरवरी 2021 में दर्ज एक मामले के तहत की जा रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से शिकायत की गई थी। निगरानी विभाग की इस कार्रवाई से मगध विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। 


बता दें कि इसके पहले भी मगध विवि कुलपति रहे प्रो अरुण कुमार सहित कई कुलपतियों, अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ निगरानी की कार्रवाई हो चुकी है। बता दें कि कुलपति मंगलवार की देर रात ही अवकाश के बाद गया पहुंचे थे और बुधवार की सुबह 7 बजे निगरानी की टीम ने उनके आवास पर दस्तक दे दी। जिसके बाद निगरानी की टीम कार्यालय भी पहुंच गयी। एक साथ कई ठिकानों पर विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की। जिसमें कई बातों का पता चला। 30 करोड़ से अधिक की सरकारी अनियमितता का भी उजागर हुआ है।