GAYA : बिहार में उच्च शिक्षा की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। राज्य के विश्वविद्यालयों में जो माहौल चल रहा है उसे देखकर नहीं लगता कि यहां पढ़ाई सही तरीके से हो रही, हंगामे और बवाल की खबरें हर दिन सामने आती रहती हैं। ताजा मामला मगध यूनिवर्सिटी से जुड़ा हुआ है, जहां विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा है। मामला कुलपति से मुलाकात करने पहुंचे छात्रों की पिटाई से जुड़ा हुआ है। दरअसल मगध यूनिवर्सिटी के फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट के छात्र और छात्राओं ने कुलपति और रजिस्ट्रार से मुलाकात करना चाहता थे लेकिन वहां मौजूद लोगों ने छात्रों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसमें 5 छात्राओं के साथ-साथ कई छात्र घायल हो गए। इसके बाद माहौल बिगड़ गया और कुलपति रजिस्ट्रार को भागकर जान बचानी पड़ी।
यह पूरा मामला फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट की परीक्षा में देरी से जुड़ा हुआ है। डेढ़ साल से इस डिपार्टमेंट की परीक्षा नहीं ली गई है और इस वजह से छात्र खासे नाराज हैं। इसी मामले को लेकर या छात्र यूनिवर्सिटी के मनु लाल लाइब्रेरी में कुलपति से मुलाकात करने गए थे। यहां एक सेमिनार का आयोजन हो रहा था। छात्रों को कुलपति से मिलने की इजाजत नहीं मिली तो लाइब्रेरी के गेट के बाहर ही वह खड़े हो गए। तकरीबन 3 घंटे बाद जब कुलपति और रजिस्ट्रार एक ही गाड़ी में बैठकर निकलने लगे तो गेट पर बैठे छात्रों ने गाड़ी को रोककर वीसी से मुलाकात करना चाहा। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने छात्रों को हटाना शुरू कर दिया और बात हाथापाई तक पहुंच गई।
इस हाथापाई में कई छात्राओं को चोट भी आई। पूरे हंगामे के बीच कुलपति और रजिस्ट्रार अपनी गाड़ी से निकल गए और बाद में छात्राओं की तरफ से मगध यूनिवर्सिटी थाने में ही एक शिकायत भी दर्ज कराई गई है। आरोप लगाया गया है कि शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जता रहे छात्राओं पर वीसी के लोगों ने हमला किया।