मां की इस लाडली ने कोरोना को हराया, अब बहू बनकर बसाएगी नयी जिंदगी

मां की इस लाडली ने कोरोना को हराया, अब बहू बनकर बसाएगी नयी जिंदगी

PATNA: कोरोना भले ही लोगों को डरा रहा है सता रहा है रूला रहा है लेकिन इसका सामना डट कर किया जाए तो भाग भी जा रहा है। बिहार में कोरोना संक्रमण के मामलों में जबरदस्त इजाफा हो रहा है लेकिन उस रेशियों में लोगों ने कोरोना को मात दी है। इसी फेरहिस्त में बक्सर की जयश्री भी शामिल हैं। अब आप सोचेंगे आखिर जयश्री की चर्चा हम क्यों कर रहे हैं। 


जयश्री का शादी तय हो चुकी है। उनकी सगाई हो गयी है। जयश्री की आंखों में अपनी नयी जिंदगी बसाने का सपना तैर रहा था तभी कोरोना जैसी गंभीर महामारी ने उन्हें घेर लिया। शादी की तैयारियों के बीच अचानक कोरोना की इंट्री ने जयश्री के पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया। जैसे लगा सिर पर पहाड़ टूट पड़ा।नयी जिंदगी बसाने जा रही जयश्री की जिंदगी पर ही आफत आ गयी । लेकिन जयश्री ने इन परिस्थितियों का डट कर सामना किया। एनएमसीएच में उन्हें भर्ती किया गया। जहां जयश्री ने कोरोना के खिलाफ जंग में तमाम रुल-रेग्यूलेशन को फॉलो करते हुए बीमारी को मात दे दी। 


कोरोना से जंग जीतने वाली 23 वर्षीय जयश्री सोनी ने मदर्स डे के दिन पहला कॉल आंगनबाड़ी सेविका मां सुत्रिता देवी को किया और कहा-मां, अब ठीक हो चुकी हूं और घर लौट रही हूं। मां ने कहा- मदर्स डे पर इससे बड़ा उपहार मेरे लिए और क्या हो सकता है।बक्सर के नया बाजार भोजपुर में बैठे घर वालों की उम्मीदें परवान चढ़ गयी। घर में पापा जीतेन्द्र वर्मा के साथ-साथ पूरा परिवार जयश्री का बेसब्री से घर लौटने का इंतजार कर रहा था। 


जयश्री अब घर लौट आयी हैं। ससुराल पक्ष के लोगों से भी बीमारी के इस दौर में पूरा सपोर्ट और प्यार मिला है।जयश्री ने बताया कि बीमारी कब और कहां से लगी है यह पता नहीं है। हालांकि उन्हें आशंका है कि बाजार में शॉपिग के दौरान वह संक्रमित हुई है। बक्सर के जिस इलाके से वह आती है वहां कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैला था।  वह एनएमसीएच में 6 मई को भर्ती हुई थी। जयश्री ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन कर इस बीमारी को दूर भगाया जा सकता है।