DARBHANGA: बिहार में अपराधी लगातार तांडव मचा रहे हैं। एक के बाद एक क्राइम की वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। ताजा मामला दरभंगा जिले का है जहां अपराधियों ने एक डिलीवरी बॉय को अपना निशाना बनाया है। लूटपाट का विरोध करने पर अपराधियों ने गोली मार दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत नाजुक बतायी जा रही है।
दरभंगा में अपराधियों में पुलिस का भय मानों खत्म सा हो गया है। इसका मुख्य कारण वरीय अधिकारियों द्वारा कारवाई का भय थानेदारों में खत्म होना भी माना जा रहा है। क्योंकि जनता की शिकायतों को सुनने केलिए भी वरीय पुलिस अधीक्षक समय नहीं देते। जनता दरबार में भी उनके बदले अक्सर प्रभार में कभी ट्रैफिक डीएसपी तो कभी मुख्यालय डीएसपी ही औपचारिकता निभाते हैं। क्योंकि वे किसी पदाधिकारी पर कार्रवाई के लिए सक्षम नहीं होते। शायद इन्हीं कारणों से थानेदारों में भी कार्रवाई का डर समाप्त हो चुका है और अपराध चरम पर पहुंच चुका है।
मंगलवार को एक बार फिर दिनदहाड़े कुशेश्वरस्थान थानाक्षेत्र के कलना फकीराना रोड पर एक कुरियर कम्पनी के डिलीवरी बॉय से छिनतई की कोशिश की गई। विरोध करने पर गोली मार कर घायल कर दिया गया। घायल डिलीवरी बॉय की पहचान बहेड़ा थानाक्षेत्र के पिपरा गांव निवासी स्व0 रविन्द्र यादव के 22 वर्षीय पुत्र बाल कृष्ण के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार बालकृष्ण अपनी बाइक से डिलीवरी देने जा रहा था। उसी कलना फकीराना रोड पर बाइक सवार दो अपराधियों ने उसे घेर लिया और पैसे निकाल कर देने को कहा। पैसे नही देने पर अपराधियों ने गोली चला दी। गोली एक जांघ से दूसरी जांघ में फंस गया। गोली लगने से बालकृष्ण वहीं गिर गया और अपराधी कुशेश्वरस्थान की तरफ भाग गए।
मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी सूचना कुशेश्वरस्थान पुलिस को दी। पुलिस ने पहुँचकर घायल बालकृष्ण को बिरौल पीएचसी में भर्ती कराया। बालकृष्ण ने बताया कि अपराधी उससे बाइक की चाभी, मोबाइल, पर्स और कुरियर का बैग लेकर भाग गए।
घटना की सूचना के बाद कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष अमित कुमार एवं बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने बिरौल पीएचसी पहुंचकर घायल का हाल जाना और घटना की जानकारी ली। बिरौल पीएचसी में उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बालकृष्ण को डीएमसीएच रेफर किये जाने की तैयारी चल रही हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।