PATNA : देश में लोकसभा चुनाव में अब महज कुछ दिनों का समय रहा गया है। ऐसे में देश की तमाम छोटी -बड़ी राजनीतिक पार्टी अपनी चुनावी रणनीति को अंजाम देने में जूट गई है। एक तरफ भाजपा जहां अलग -अलग राज्यों में प्रधानमंत्री की रैलियां तय कर रही। वहीं, कांग्रेस ने बिहार के सभी लोकसभा क्षेत्र को लकर संयोजकों की घोषणा की है।
दरअसल, कांग्रेस ने दूसरे राज्यों की तरह बिहार के सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों के लिए रविवार को संयोजकों की घोषणा कर दी। हालांकि, यह अभी तक तय नहीं हो पाया है कि पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निर्देश पर पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संयोजकों के नामों की सूची जारी कर दी है। इसमें सभी क्षेत्रों व जातियों को प्रतिनिधित्व देने का भरसक प्रयास हुआ है। हालांकि, इनमें मात्र तीन महिलाएं (अमिता भूषण, रीता सिंह व सुधा मिश्रा) को जगह दी गई हैं।
कांग्रेस को लोकसभा क्षेत्र संयोजक को लेकर जिन नामों को तय किया है उसमें वाल्मीकिनगर से : मनोज कुमार सिंह, पश्चिम चंपारण : उमर सैफुल्लाह खान, पूर्वी चंपारण : चंद्र प्रकाश सिंह, शिवहर : रीता सिंह, सीतामढ़ी : मो. नौशाद, मधुबनी : ताहिर अनीस खान, झंझारपुर : तारानंद सदा, सुपौल : प्रेम राय, अररिया : प्रवीण सिंह कुशवाहा, किशनगंज : केशर कुमार सिंह, कटिहार : छत्रपति यादव, पूर्णिया : इजहारुल हुसैन, मधेपुरा : नरेश यादव, दरभंगा : कृपानाथ पाठक, मुजफ्फरपुर : नरेंद्र कुमार, वैशाली : प्रद्युम्न राय
गोपालगंज : सुधा मिश्रा, सिवान : आलोक हर्ष, महाराजगंज : इंजीनियर संजीव, सारण : कपिलदेव यादव, हाजीपुर : मिथिलेश कुमार मधुकर, उजियारपुर : आइपी गुप्ता, समस्तीपुर : राजकुमार राजन, बेगूसराय : प्रभात कुमार सिंह, खगड़िया : अमिता भूषण, भागलपुर : राजकिशोर सिंह, बांका : समीर कुमार सिंह, मुंगेर : अश्विनी कुमार, नालंदा : विनोद यादव
पटना साहिब : नागेंद्र पासवान विकल, पाटलिपुत्र : अजय चौधरी, आरा : अमित कुमार टुन्ना, बक्सर : अशोक कुमार पाण्डेय, सासाराम : कौकब कादरी, काराकाट : राधेश्याम कुशवाहा, जहानाबाद : दिलीप कुमार, औरंगाबाद : शंकर स्वरूप, गया : नवनीत जयपुरियार, नवादा : अरविंद शर्मा, जमुई : कैलाश पाल।
आपको बताते चलें कि, संयोजकों को लोकसभा क्षेत्रवार रणनीति का निर्धारण, बूथवार प्रबंधन, प्रचार-प्रसार से लेकर मतगणना तक के समस्त चुनावी दायित्व का निर्वहन करना है। पार्टी का कहना है कि संयोजकों के दायित्व में कांग्रेस सहित आइएनडीआइए का चुनावी प्रबंधन है।