Iran-Israel: ईरान-इजराइल टकराव के बीच एक्शन में पुतिन, 15 से ज्यादा देशों को दी अहम सलाह Life Style: योग करते समय इन गलतियों से बचें, नहीं तो हो सकता है भारी नुकसान; जानें... पूर्वी चंपारण में भाजपा को बड़ा झटका, मत्स्यजीवी प्रकोष्ट के जिला संयोजक सहित कई BJP कार्यकर्ताओं ने VIP का दामन थामा Patna Crime News: पटना में हत्या की वारदात से सनसनी, भतीजे ने घर में घुसकर चाचा को मारी गोली Patna Crime News: पटना में हत्या की वारदात से सनसनी, भतीजे ने घर में घुसकर चाचा को मारी गोली DGCA Action: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA का बड़ा एक्शन, Air India के तीन बड़े अधिकारियों को हटाने का आदेश DGCA Action: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA का बड़ा एक्शन, Air India के तीन बड़े अधिकारियों को हटाने का आदेश गोरी चमड़ी की डिमांड पर विदेशी लड़कियों की सप्लाई, पुलिस की रेड में उज्बेकिस्तान की युवतियां मिलीं Patna Crime News: पटना के वेयरहाउस से लाखों की लूट, बदमाशों ने 8 कर्मचारियों को बंधक बनाकर की लूटपाट Patna Crime News: पटना के वेयरहाउस से लाखों की लूट, बदमाशों ने 8 कर्मचारियों को बंधक बनाकर की लूटपाट
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 15 Dec 2023 04:52:52 PM IST
- फ़ोटो
DESK: लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे सियासी गतिविधियां भी तेज होती जा रहा हैं। अपने सियासी भविष्य को देखते हुए विभिन्न दलों के नेता लगातार पाला बदल रहे हैं। इसी बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। आप के 40 से अधिक नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया है।
दरअसल, दिल्ली और पंजाब के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद आम आदमी पार्टी पूरे देश में संगठन को धार देने में जुटी हुई है। गुजरात में आप ने बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए विधानसभा की पांच सीटों पर कब्जा जमाया था हालांकि इसी बीच आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका तब लगा जब पार्टी के 40 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया।
विसावदर सीट से आम आदमी पार्टी विधायक भूपत भयानी के इस्तीफा देने के बाद अबतक 40 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी को गुडबॉय कह दिया है। बड़ी संख्या में नेताओं और कार्यकर्ताओं के इस्तीफा देने पर आम आदमी पार्टी ने इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं पर बड़ा आरोप लगाया है और कहा है कि इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी में सक्रिय नहीं थे, इसलिए उन्हें नए संगठन में जगह नहीं दी गई।