लोकसभा चुनाव से पहले बिहार को PM मोदी का ट्रिपल सौगात, पटना, बोधगया और भागलपुर को मिलेगा गिफ्ट

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार को PM मोदी का ट्रिपल सौगात, पटना, बोधगया  और भागलपुर को मिलेगा गिफ्ट

PATNA : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार यानी आज आईआईटी पटना के नवर्निमित 24 भवनों का लोकार्पण करेंगे। वे वर्चुअल माध्यम से दिन साढ़े ग्यारह बजे आईआईटी पटना परिसर के विस्तार के द्वितीय चरण में हुए निर्माण को लोकार्पित करेंगे। नवनिर्मित अकादमिक और आवासीय भवनों के निर्माण में 466 करोड़ की लागत आई है।


वहीं, संस्थान परिसर में आयोजित होने वाले समारोह में शामिल होने के लिए राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को न्योता भेजा गया है। सोमवार की देरशाम तक परिसर में लोकार्पण से जुड़ी तैयारियां चलतीं रहीं। गणमान्य लोगों के आगमन से पूर्व परिसर में सुरक्षा इंतजामों को लेकर चप्पे चप्पे का जायजा लिया गया।


आईआईटी पटना के निदेशक प्रो टीएन सिंह ने बताया कि परिसर में दो पुस्तकालय, छात्रावास, सेंट्रल लेक्चर हॉल, स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर सहित कई सुविधाएं विकसित हुई हैं। परिसर में 4948 स्क्वॉयर मीटर में एक भव्य सभागार का निर्माण हुआ है जिसमें 1000 लोगों के बैठने की क्षमता है। इसमें सांस्कृतिक, शैक्षणिक और तकनीकी इवेंट्स आयोजित हो सकेंगे। इसके अलावा सेंट्रल लेक्चर हॉल, स्टूडेंट एक्टविटी सेंटर, 940 छात्रों की क्षमता का सिंगल बेड बॉयज हॉस्टल, 228 छात्राओं के लिए डबल बेड हॉस्टज और 36 मैरिड शोधार्थियो के छात्रावास के अलग अलग भवन बने हैं। आईआईटी की 167 फैकल्टी और कर्मचारियों के लिए चार तरह के क्वार्टर बने हैं। इसके अलावा अतिथियों के 72 सुईट बनाया गया है। यहां अतिथियों के लिए महंगे होटलों की तरह व्यवस्था है।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार की शाम बिहटा स्थित आईआईटी परिसर पहुंचकर नवनिर्मित भवनों का जायजा लिया। संस्थान के अधिकारियों के द्वारा मुख्यमंत्री को पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से दूसरे फेज के तहत नवनिर्मित आवासीय भवन, अकादमिक भवन, स्पोर्ट्स जोन और हॉस्टल आदि की विस्तृत जानकारी दी गई। लगभग आधे घंटे तक आईआईटी परिसर के नवनिर्मित अकादमिक और आवासीय भवनों का निरीक्षण किया। आईआईटी पटना के चेयरमैन डा. आनंद देशपांडे ने सीएम को अंगवस्त्रत्त् देकर उनका स्वागत किया। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में भारत सरकार के तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री से मिलकर उन्होंने पटना में आईआईटी की स्थापना के लिए आग्रह किया था, जिसे स्वीकार करते हुए अगले ही वर्ष 2008 में आईआईटी की स्थापना कर दी गई। निरीक्षण के दौरान सीएम के प्रधान सचिव दीपक ठाकुर, सचिव अनुपम कुमार, विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, सीएम सचिवालय के विशेष सचिव व डीएम-एसपी मौजूद रहे।