PATNA: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहारवासियों को लोकपर्व छठ की बधाई दी और कहा कि केंद्र सरकार ने महापर्व से पहले बिहार के 72.32 लाख किसानों के खाते में 1607 करोड़ रुपये भेजे, जबकि राज्य सरकार सभी 4 लाख नियोजित शिक्षकों को दशहरा, दीवाली और छठ जैसे बड़े हिंदू त्योहरों से पहले वेतन भी नहीं दे पायी।
उन्होंने कहा कि हजारों नियोजित शिक्षकों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला, इसलिए उन्हें कर्ज लेना पड़ा या त्योहार छोड़ना पड़ा। यह अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के पास सभी नियोजित और नियमित कर्मचारियों को समय पर पूरा वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए मुख्यमंत्री ध्यान बँटाने के लिए विशेष दर्जा की मांग तेज कर रहे हैं या केंद्र सरकार पर भेदभाव का अनर्गल आरोप लगाते हैं।
उन्होंने कहा कि बीपीएससी से चयनित 1.22 लाख शिक्षकों को नियुक्ति-पत्र बाँटने के लिए मेगा इवेंट और फोटो सेशन कराना आसान है ,लेकिन समय पर उनका वेतन सुनिश्चित करना कठिन है। सुशील मोदी ने कहा कि सरकार ने 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति का पहला चरण पूरा कर लिया, लेकिन अब तक इनके वेतन मद की राशि का प्रावधान नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि बीपीएससी-चयनित शिक्षकों के वेतन मद में सरकार को अतिरिक्त 10 हजार करोड़ की आवश्यकता पड़ेगी, जबकि हालत यह है कि हजारों नियोजित शिक्षकों को बिना वेतन के महीनों गुजारने पड़ रहे हैं।