DELHI : कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने लॉकडाउन में छूट भी दी है लेकिन फिलहाल देश के अंदर कोरोना कोई छूट देने के मूड में नजर नहीं आ रहा। कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और देश में अब तक तकरीबन 63 हजार मामले सामने आ चुके हैं। देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की तादाद 21 सौ के ऊपर चली गई है।
भारत में कोरोना वायरस के 41 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं जबकि 19 हजार से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। शुरुआती महीनों के बाद देश भर में अब कोरोना संक्रमण के मामले पहले से ज्यादा पाए जा रहे हैं लेकिन लॉकडाउन में सरकार ने अपनी तरफ से छूट का दायरा बढ़ाया है। ऐसे में अब यह सवाल भी उठने लगा है कि आखिर जब संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं तो फिर किन मजबूरियों की वजह से लॉकडाउन में रियायत दी जा रही है। संक्रमण के हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 राज्यों में केंद्रीय टीम को तैनात करने का फैसला किया है। यह सभी टीमें उन राज्यों में जाएंगी जहां ज्यादा के सामने आ रहे हैं। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामलो की रफ्तार बढ़ी है। दुनिया के 212 देशों में पिछले 24 घंटे के अंदर 88 हजार से ज्यादा नए कोरोना केस सामने आ चुके हैं जबकि मरने वालों की तादाद चार हजार से ऊपर है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक के सबसे ज्यादा मौत देश के अंदर कोरोना से महाराष्ट्र में हुई है। महाराष्ट्र में 779 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि गुजरात में 472, मध्यप्रदेश में 215, पश्चिम बंगाल में 171, राजस्थान में 106, दिल्ली में 73, उत्तर प्रदेश में 74, आंध्र प्रदेश में 44, तमिलनाडु में 44, तेलंगाना में 30, कर्नाटक में 30, पंजाब में 31, जम्मू कश्मीर में 9, हरियाणा में 9, बिहार में 5, झारखंड में 3, उत्तराखंड में एक असम में दो हिमाचल प्रदेश में दो उड़ीसा में दो चंडीगढ़ और मेघालय में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।