ब्रेकिंग न्यूज़

Success Story: बिना हाथों के लिख दी किस्मत, पैरों से दी बोर्ड की परीक्षा; दिव्यांगता के बावजुद रचा इतिहास Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां हुईं तेज, EVM की जांच पूरी, 4 लाख से अधिक मशीनें तैयार Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां हुईं तेज, EVM की जांच पूरी, 4 लाख से अधिक मशीनें तैयार Bihar News: CM नीतीश ने करीबी मंत्री विजय चौधरी का हाथ खींच कर जबरन हटाया, फिर दूसरे मंत्री को बुलाया, यह देख दोनों डिप्टी सीएम समेत सारे लोग हतप्रभ Bihar News: राज्य के इन प्रमुख सड़कों के निर्माण और चौड़ीकरण को मिली मंजूरी, आसान होगा नेपाल तक का सफर Life Style: याद्दाश्त तेज करने के लिए हर दिन खाएं ये चीज, दिमाग के लिए है सुपरफुड Bihar News: बिहार में डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत पर हंगामा, अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप Bihar News: बिहार में डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत पर हंगामा, अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप Bihar News: खड़ा होइए...जल्दी से बहाली करिए, CM नीतीश ने अपने भाषण में अचानक किस अधिकारी से ऐसा कहा ? जानें... Bihar News: बाढ़ NTPC की एक और यूनिट चालू, इस दिन से मिलने लगेगी 370 मेगावाट बिजली

लॉकडाउन के पहले कोलकाता से पटना सिटी आयी थी बारात, 47 दिन बाद दूल्हा-दुल्हन की हुई विदाई

1st Bihar Published by: Updated Sun, 10 May 2020 07:52:51 AM IST

लॉकडाउन के पहले कोलकाता से पटना सिटी आयी थी बारात, 47 दिन बाद दूल्हा-दुल्हन की हुई विदाई

- फ़ोटो

PATNA : लॉकडाउन में लोगों को क्या-क्या दिन नहीं देखने पड़ रहे । घर मे दूल्हा बारात लेकर पहुंचता है तो उसकी खूब खातिरदारी होती है। पूरे बारातियों को सर आंखों पर रखा जाता है। लेकिन ये सिलसिला कुछ घंटों का होता है। लेकिन जब कोई बारात 47 दिनों तक घर पर ठहर जाए तो अच्छे-अच्छों की तिमारदारी करते हालत पतली हो जाएगी। पटना सिटी में कुछ ऐसा ही हुआ । बारात लॉकडाउन में फंसी तो फिर 47 दिन बाद ही दुल्हा-दुल्हन की बारात समेत विदाई हो सकी।


आलमगंज के मिस्का टोली के जैसमीन परवीन की बारात 22 मार्च को कोलकाता से पटना आयी थी। कोलकाता के मोहम्मद असलम से उनका निकाह हुआ। लेकिन शादी के तुरंत बाद लॉकडाउन का एलान हो गया फिर क्या था बाराती समेत दूल्हा-दुल्हन सब फंस गये बारात विदा नहीं हो सकी। कोलकाता से आए 28 बाराती पटना में ही फंस गये। बारात में आये कुछ लोगों  के रहने की व्यवस्था लड़की वालों ने करायी। जबकि कुछ लोगों ने अपने रिश्तेदारों के यहां रहकर समय काटा। देखते-देखते 47 दिन बीत गये।


इस बीच दूल्हा और दुल्हन के परिवार वाले बारातियों के लौटने के लिए पास के इंतजाम के लिए दौड़ते रहे लेकिन कोई जुगाड़ नहीं हुआ। अब शनिवार को बारातियों को बस से जमुई के लिए रवाना किया गया। जमुई से पश्चिम बंगाल  सरकार की मदद से बस के द्वारा उनको कोलकाता ले जाया जाएगा। लड़के के चाचा मो. गुलाम हुसैन ने बताया कि खुशी हो रही है कि हम लड़की को घर लेकर जा रहे हैं। उन्होनें डीएम कुमार रवि और जिला प्रशासन की तरफ से इफ्तार और खाने-पीने की चीजों के लिए धन्यनाद दिया।