ब्रेकिंग न्यूज़

अब डाकिए जमा करेंगे पेंशनर्स के जीवन प्रमाणपत्र, EPFO और IPPB का हुआ समझौता; जानें पूरी डिटेल Bihar Election 2025 : महागठबंधन में अभी तक सामने नहीं सीट शेयरिंग का फार्मूला, पहले चरण के नामांकन के बाद इन सीटों पर 8 प्रत्याशी आमने-सामने, तेजस्वी की भी बढ़ी टेंशन Bihar Election 2025: महागठबंधन में कैसे हो रहा सीटों का बंटवारा ? वाम दल ने जारी इन 20 सीटों पर कैंडिडेट के नाम की लिस्ट; जानिए किन्हें मिली जगह Bihar Crime News: बिहार में मनरेगा रोजगार सेवक की हत्या से मचा हड़कंप, पुलिस जांच में जुटी Bihar Election 2025: पहले चरण में इतने उम्मीदवारों ने भरा पर्चा, जानें कौन-कौन से भोजपुरिया स्टार हैं शामिल? Bihar Weather: बिहार में ठंड ने दिखाना शुरु किया अपना असली रूप, इन जिलों में विशेष असर Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर EC की सख्त का असर, वाहन जांच के दौरान 50 लाख जब्त Bihar Election 2025: वैशाली सीट पर महागठबंधन में दो फाड़, कांग्रेस और आरजेडी आमने-सामने; दोनों के उम्मीदवारों ने किया नामांकन Bihar News: HPV का टीका लगते ही दर्जनों छात्राएं बेहोश, स्कूल में मचा हड़कंप; भागे-भागे अस्पताल पहुंचे अधिकारी Bihar Crime News: NIA ने लश्कर से जुड़े बिहार के शख्स के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट, आतंकी साजिश रचने का आरोप

लेफ्ट के साथ राइट हुए कुशवाहा, RJD ने कर दिया है निराश

1st Bihar Published by: Niraj Kumar Updated Mon, 27 Jan 2020 03:56:59 PM IST

लेफ्ट के साथ राइट हुए कुशवाहा, RJD ने कर दिया है निराश

- फ़ोटो

PATNA : नीतीश सरकार के खिलाफ मानव कतार बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा अब धीरे-धीरे लिफ्ट के साथ राइट होने लगे हैं। आरजेडी की उपेक्षा ने कुशवाहा को वामदलों के करीब पहुंचा दिया है। यही वजह है कि कुशवाहा अब वामदलों की तरफ से बुलाए गए 29 जनवरी के भारत बंद को समर्थन देंगे। कुशवाहा ने कहा है कि उनकी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी 29 जनवरी को बामसेफ की तरफ से बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करेगी।


वहीं आरएलएसपी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ने एक बार फिर सरकार पर हमला भी बोला है। उन्होनें कहा कि दो फरवरी को उन्होनें जगदेव प्रसाद के जयंती की तैय़ारी की थी। मिलर स्कूल के प्रांगण में कार्यक्रम की तैयारी थी लेकिन सरकार के इशारे पर जानबूझ कर मैदान नहीं दिया गया। उन्होनें कहा कि सरकारी संपत्ति किसी की बपौती नहीं है। इस तरह से राजनीति करना सही नहीं है। उन्होनें सीएम नीतीश कुमार को इस मामले में हस्तक्षेप करने की नसीहत भी दी।


रही बात महागठबंधन के अंदर उपेन्द्र कुशवाहा लगातार खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।उन्हें महागठबंधन के अंदर ख्वाहिश पूरी होती नहीं दिख रही है। कुशवाहा विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों की चाहत रखते हैं। लेकिन उनकी ये मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है।  बार-बार आरजेडी नेता  तेजस्वी यादव महागठबंधन के अंदर उनकी पार्टी की हैसियत का अहसास भी कराते रहे हैं। यहीं देख कर अब कुशवाहा प्रेशर पॉलिटिक्स की राह पर चल पड़े हैं।तेजस्वी ने जिस तरह से सीएए-एनआरसी के विरोध आयोजित भारत बंद के वक्त कुशवाहा की अनदेखी की थी उससे कुशवाहा अब सेफ गेम खेलना चाहते हैं। कुशवाहा ने सीएए-एनआरसी के खिलाफ बिहार भर की यात्रा भी की लेकिन इसमें उन्हें अपने सहयोगी पार्टियों का तनिक भी साथ नहीं मिला। अंत:त  कुशवाहा ने अब वाम दलों का साथ पकड़ा है।