ब्रेकिंग न्यूज़

मधुबनी में अपराधी बेलगाम: बाइक सवार उचक्कों ने 3 लाख रुपये से भरा बैग दंपति से छीना बिहार में अपराधियों का तांडव जारी: दंपति पर अंधाधुंध फायरिंग, महिला की हालत गंभीर 2025 में 21 से ज्यादा खिलाड़ी कर चुके संन्यास की घोषणा, इनमें से 7 Team India के E-Rickshaw Safety: अब ई-रिक्शा में भी पाएं गाड़ियों वाली सुरक्षा, जनता का सबसे बड़ा डर ख़त्म करने चली मोदी सरकार सुपौल में यथासंभव काउंसिल का शिक्षक सम्मान समारोह, संजीव मिश्रा ने किया सम्मानित मुजफ्फरपुर में चिराग की सभा में लगा यह नारा.."बिहार का सीएम कैसा हो, चिराग पासवान जैसा हो" Katihar News: कटिहार में फिर से उफान पर नदियां, गोदाम की दीवार गिरने से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान Katihar News: कटिहार में फिर से उफान पर नदियां, गोदाम की दीवार गिरने से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान Bihar Politics: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को मुकेश सहनी ने दी शुभकामनाएं, MP-MLA से की यह अपील Bihar Politics: इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को मुकेश सहनी ने दी शुभकामनाएं, MP-MLA से की यह अपील

आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कैसे बढ़ाएं, इसका वास्तु शास्त्र जानें

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 20 Dec 2024 12:44:32 AM IST

आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह कैसे बढ़ाएं, इसका वास्तु शास्त्र जानें

- फ़ोटो

वास्तु शास्त्र, हिंदू धर्म का एक प्राचीन और महत्वपूर्ण विज्ञान है, जिसे ब्रह्मा जी द्वारा रचित माना जाता है। इसके अनुसार, घर और कार्यस्थल की संरचना और दिशा का जीवन पर गहरा असर पड़ता है। यदि आप वास्तु के कुछ सरल नियमों का पालन करें, तो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं और आप शांति और समृद्धि का अनुभव कर सकते हैं।


वास्तु शास्त्र में दिशाओं का महत्व

वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा का विशेष महत्व है। विशेष रूप से उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) को सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना गया है। इस दिशा में हमेशा साफ-सफाई बनाए रखनी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।


नेगेटिव एनर्जी से छुटकारा पाएं

घर में नकारात्मक ऊर्जा का फैलना कई समस्याओं का कारण बन सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस नकारात्मकता से छुटकारा पाने के लिए एक सरल उपाय है—पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर उसे घर के फर्श पर पोछा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। इस उपाय को नियमित रूप से अपनाने से घर में सुख और शांति बनी रहती है।


मेन गेट और उसके महत्व

वास्तु शास्त्र में घर के मुख्य द्वार का विशेष महत्व है क्योंकि यहीं से सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। अपने मुख्य द्वार पर नेम प्लेट और विंड चाइम (ध्वनि उत्पन्न करने वाली घण्टी) लगाना शुभ माना जाता है। साथ ही, मेन गेट के पास तुलसी या मनी प्लांट जैसे पौधे रखना भी शुभ होता है, जो घर में समृद्धि और सकारात्मकता लाते हैं। ध्यान रखें कि मुख्य द्वार हमेशा साफ-सुथरा और खुले रूप में रखा जाए, ताकि ऊर्जा का प्रवाह निर्बाध रहे।


वास्तु के अनुसार अनदेखी से बचें

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पानी का रिसाव या टपकना नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और यह आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। इस प्रकार की समस्याओं को जल्द से जल्द ठीक करवा लेना चाहिए। इसके अलावा, वास्तु में यह भी कहा गया है कि कांटेदार पौधों को घर में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाते हैं।


वास्तु शास्त्र के सरल उपायों का पालन करके आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ा सकते हैं, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति बनी रहती है। अपने घर और कार्यक्षेत्र को वास्तु के अनुसार व्यवस्थित करना न केवल आपकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाएगा, बल्कि इससे आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।