कभी पूरे देश की नजर लालू परिवार के छठ पर होती थी, अब छठ पर परिवार का कोई सदस्य नजर भी नहीं आया

कभी पूरे देश की नजर लालू परिवार के छठ पर होती थी, अब छठ पर परिवार का कोई सदस्य नजर भी नहीं आया

PATNA : पिछले तीन दशकों से बिहार का सबसे चर्चित सियासी परिवार इन दिनों अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। लालू-राबड़ी के घर छठ की रौनक कभी देश भर के लोग देखा करते थे लेकिन इस बार छठ के मौके पर लालू परिवार में सन्नाटा पसरा रहा। पार्टी और परिवार के मुखिया जेल क्या गए घर की हर कमजोर ईंट ने बुनियाद को धोखा देना शुरू कर दिया। चारा घोटाला मामले में लालू यादव के सजायाफ्ता होने के बाद राबड़ी देवी ने छठ पूजा नहीं की है। 

लालू परिवार में अंतिम दफे छठ की बड़ी रौनक साल 2015 में देखने को मिली थी। तब लालू के दोनों लाल एक साथ चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे और तेजस्वी डिप्टी सीएम तो तेजप्रताप स्वास्थ्य मंत्री बनकर सरकार का हिस्सा बने थे। लालू इस सफलता से गदगद थे। घर पर सभी बेटियों के साथ उनके पति भी पहुंचे थे। तब राबड़ी देवी ने पूजा खत्म करने के बाद कहा था कि वह अब घर में बहू लाने के बाद ही छठ पूजा करेंगी। साल 2018 में लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की शादी हुई तो लालू भी जेल से पेरोल लेकर शादी में शामिल हुए लेकिन बीते साल भी लालू के घर छठ पूजा नहीं हुई। मना जाता रहा कि लालू की बीमारी ने राबड़ी को छठ नहीं करने दिया लेकिन जल्द ही तेजप्रताप और उनकी पत्नी ऐश्वर्या के बीच विवाद सामने आ गया। परिवार के करीबी सूत्र बताते हैं कि लालू को जेल और पारिवारिक कलह ने ऐसा माहौल नहीं रखा की राबड़ी देवी छठ करें। 


जिस परिवार के छठ का हर लम्हा देश भर के लोग मीडिया के जरिये देखते थे उनके सदस्य छठ पर केवल सोशल मीडिया पर बधाई संदेश देने तक सिमट कर रह गए। राबड़ी से लेकर मीसा, तेजस्वी और तेजप्रताप सभी ने सोशल मीडिया के जरिये छठ की बधाई दी लेकिन कौन छठ के मौके पर कहाँ रहा यह अबतक साफ नहीं हो सका।