लालू को लिखे लेटर पर सुलह-सफाई ; तेजस्वी ने कहा- अच्छी बात है, रघुवंश बोले- कोई नहीं है टारगेट में

लालू को लिखे लेटर पर सुलह-सफाई ; तेजस्वी ने कहा- अच्छी बात है, रघुवंश बोले- कोई नहीं है टारगेट में

PATNA : आरजेडी में 'लेटर बम' से उठा अंदरुनी कलह अब थमता दिख रहा है। पार्टी के अंदर अब सुलह-सफाई का दौर शुरू हो गया है। रघुवंश प्रसाद सिंह ने कह दिया है कि उन्होनें पार्टी के हित में लेटर लिखा है न कि किसी को टारगेट करके। वहीं तेजस्वी ने कहा कि ये तो अच्छी बात है।


तेजस्वी यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह को पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के लिखे लेटर पर सफाई देते हुए आज कहा कि ये अच्छी बात है औरप पार्टी के लिए शुभ संकेत है। पार्टी के अंदर लोकतंत्र जिंदा है इसका सबूत भी है। पार्टी में मोरल बूस्टअप करने वालों की भी जरुरत होती है। उन्होनें हमें पार्टी में सुधार का रास्ता दिखाया है। तेजस्वी ने कहा कि पार्टी में कम्यूनिकेशन गैप की कोई बात ही नहीं है।


वहीं आरजेडी उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने साफ कर दिया है कि आरजेडी के दो पाले में बंटने की बात बिल्कुल निराधार है। मैनें लालू प्रसाद को लिखे लेटर के जरिए पार्टी को सावधान और सजग किया है न की किसी को टारगेट किया है।रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि मैनें जगदानंद सिंह की मदद की है। उन्होनें कहा कि जो बात नहीं बोल सके वो बात मैनें राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने लेटर के जरिए रखी हैं। रघुवंश प्रसाद सिंह ने ये भी कहा कि मैनें पार्टी के संघर्ष का प्रारुप पार्टी अध्यक्ष के सामने रखा है। निर्णायक संघर्ष की बात की है। इसमें मैनें किसी की आलोचना नहीं की है।रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि हमलोग लड़ने वाले सिपाही हैं। पार्टी के अंदर क्यों सुस्ती है वे पद पर बैठे लोग बताएंगे। उन्होनें ये स्वीकार किया कि बिहार विधानसभा चुनाव में लड़ाई लड़ने से पहले संगठन को दुरुस्त करने की जरुरत है।


बता दें कि बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी  की अंदरुनी कलह उस वक्त उभर कर सामने आयी थी जब पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद को लेटर लिखा था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहे रघुवंश ने पार्टी प्रमुख को 9 जनवरी को लिखे पत्र में कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव में अब कुछ 250-300 दिन का ही समय बचा है, लेकिन अभी तक पार्टी की बूथ स्तरीय, पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य और राष्ट्रीय समिति का भी गठन नहीं हुआ है।