ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी बेतिया में मिनीगन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार और उपकरण के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Aparajit Lohan : दुलारचंद हत्याकांड के बाद बदले गए नए ग्रामीण SP अपराजित कौन हैं ? इस खबर पढ़िए पटना के नए ग्रामीण एसपी की कहानी; आप भी जान जाएंगे क्या है काम करने का तरीका

लालू के बड़े लाल का नया दांव : तेजप्रताप ने तारापुर से उतारा अपना कैंडिडेट, प्रचार भी करेंगे

1st Bihar Published by: Updated Sat, 09 Oct 2021 09:07:40 AM IST

लालू के बड़े लाल का नया दांव : तेजप्रताप ने तारापुर से उतारा अपना कैंडिडेट, प्रचार भी करेंगे

- फ़ोटो

PATNA : लालू परिवार में मचा घमासान और भी ज्यादा तेज हो गया है. लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने अपनी छात्र जनशक्ति परिषद पार्टी के समर्थन से तारापुर विधानसभा में अपना उम्मीदवार उतार दिया है. इस खबर ने बिहार के सियासी गलियारे में हड़कंप मचा दिया है. कल नामांकन के आखिरी दिन असरगंज माछिडीह के रहने वाले RJD के पूर्व नेता और पहले कांग्रेस से तारापुर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके संजय कुमार यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भर दिया.


नामांकन करने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी संजय कुमार यादव ने कहा कि मैं छात्र जनशक्ति परिषद का प्रमंडलीय पदाधिकारी हूं. हमारे नेता तेज प्रताप के निर्देश पर मैंने यहां नामांकन किया है. निर्दलीय प्रत्याशी जरूर हूं, लेकिन छात्र जनशक्ति परिषद की शक्ति हमारे साथ है. संजय कुमार यादव ने बताया कि छात्र जनशक्ति परिषद का ही मैं उम्मीदवार हूं, चूंकि अभी हमारी पार्टी को अभी मान्यता नहीं मिली है इसलिए निर्दलीय उम्मीदवार हूं. आगे उन्होंने बताया कि हमारे चुनाव प्रचार के लिए तेज प्रताप यादव तारापुर आएंगे. यहां रहकर हमारे लिए वोट मांगेंगे. 


उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास करना ही उनकी प्राथमिकता होगी, इस बार जनता का साथ मिलेगा. वर्षों से विकास के मामले में तारापुर उपेक्षित रहा है. संजय इससे पहले भी तारापुर से दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. 


आपको बता दें कि RJD की जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में तेज प्रताप यादव का नाम नहीं था. इससे पहले पार्टी के कई बड़े नेता बयान दे चुके हैं कि तेज प्रताप यादव अब आरजेडी का हिस्सा नहीं है. विधायक तेज प्रताप यादव लालू यादव के बड़े बेटे हैं और खुद का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में न होने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए ट्वीट भी किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि मेरा नाम नहीं था तो कोई बात नहीं लेकिन मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती का नाम तो होना चाहिए था. प्रदेश की महिलाएं कभी माफ नहीं करेंगी. 


इससे पहले राजद ने शुक्रवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलायी थी. तेजप्रताप यादव ने उस बैठक का बहिष्कार कर दिया. राजद नेताओं से जब तेजप्रताप की गैरमौजूदगी की बात पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि वे पटना से बाहर हैं. लेकिन उसी दौरान तेजप्रताप यादव केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के घऱ आय़ोजित रामविलास पासवान पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच गये. 


ये भी दिलचस्प था कि दो गुटों में बंट चुकी लोजपा में पारस भाजपा-जेडीयू के साथ हैं. उनके कार्यक्रम में इन्हीं दो पार्टियों के नेताओं का जमावड़ा था. लालू से लेकर तेजस्वी यादव स्व. रामविलास पासवान के विरासत की लड़ाई में चिराग पासवान के साथ मुखर होकर खड़े हैं. लालू आज ही दिल्ली में चिराग द्वारा आयोजित रामविलास पासवान के पुण्यतिथि कार्यक्रम में भी शामिल हुए. लेकिन तेजप्रताप यादव अपनी पार्टी औऱ पिता के लाइन के उलट पारस के कार्यक्रम में पहुंच गये.


इससे पहले राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी कह चुके हैं कि तेजप्रताप खुद ही राजद से बाहर हो चुके हैं. शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजप्रताप यादव अपना संगठन बना चुके हैं औऱ इसलिए वे राजद से स्वतः निष्कासित हो चुके हैं. शिवानंद तिवारी के इस बयान का राजद की ओर से कोई खंडन भी नहीं आया. लिहाजा ये तय हो गया कि लालू-राबड़ी परिवार की लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गयी है.