BEGUSARAI: अपनी समाज सुधार यात्रा के क्रम में बेगूसराय पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज एक युवक ने काला झंडा दिखाया. वाकया उस वक्त हुआ जब नीतीश कुमार का हेलीकॉप्टर वापस पटना जाने के लिए उडान भर रहा था. जैसे ही हेलीकॉप्टर उड़ने को हुआ वैसे ही एक युवक ने काला झंडा दिखाना शुरू कर दिया. पुलिस वालों ने दौड़कर उसे पकड़ा और फिर जो कहानी सामने आयी उससे पुलिस भी हैरान रह गयी।
लालू भक्त का बदला
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम स्थल पुलिस की छावनी के रूप में तब्दील था. लगभग पूरे जिले के पुलिसकर्मियों को वहां तैनात कर दिया गया था. लेकिन उनके सबके बीच एक युवक ने नीतीश कुमार को काला झंडा दिखा दिया. दौडते-भागते हुए उसे पुलिसकर्मियों ने दबोचा औऱ काला झंडा छीन लिया. फिर उससे पूछताछ हुई तो हैरान कर देने वाली बात सामने आयी।
युवक कारी यादव ने पुलिस के सामने ही मीडियाकर्मियों को बताया कि उसने अपने गार्जियन की बेइज्जती का बदला लिया है. कारी यादव ने कहा कि कई साल पहले एक बार उसके नेता लालू प्रसाद यादव बेगूसराय के मटिहानी में आये थे. तब जेडीयू के समर्थकों ने लालू जी को काला झंडा दिखाया था. कारी यादव ने कहा कि उस दिन से वह घुट रहा था. उसने तय कर रखा था कि किसी दिन वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को काला झंडा दिखाकर अपने नेता औऱ गार्जियन लालू प्रसाद यादव की बेइज्जती का बदला लेगा। आज उसका बदला पूरा हो गया।
फिलहाल पुलिस ने कारी यादव को हिरासत में ले लिया है. पुलिस कह रही है कि कारी यादव के बारे में पूरी छानबीन की जा रही है. वह बेगूसराय जिले के रजौरी गांव का रहने वाला है और उसके पिता का नाम महेंद्र यादव है. हालांकि ये मामला सुरक्षा में चूक का भी है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में आम लोगो को आने की इजाजत नहीं थी. वहां सिर्फ जीविका से जुड़ी महिलायें और चुने हुए लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा था. फिर कैसे एक युवक वहां घुसा और काला झंडा दिखा गया, ये भी जांच का विषय है।