लखीसराय में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे स्थानीय सांसद ललन सिंह, दोषी पर करवाई के सवाल पर नहीं दे सके स्पष्ट जवाब

लखीसराय में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे स्थानीय सांसद ललन सिंह, दोषी पर करवाई के सवाल पर नहीं दे सके स्पष्ट जवाब

LAKHISARAI : लखीसराय में छठ पूजा के दूसरे दिन एक भीषण नरसंहार देखने को मिला जहां एक सनकी  आशिक ने अपनी प्रेमिका के घर वालों के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इस गोलीबारी में प्रेषित परिवार के छह लोगों को गोली लगी। जिसमें मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि पटना में इलाज के दौरान पीड़ित परिवार के एक और शख्स की मौत हो गई। यानी कुल मिलाकर अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद स्थानीय सांसद 6 दिनों तक सुध लेते हैं भी नजर नहीं आए। इसके बाद जब इसको लेकर फर्स्ट बिहार ने सवाल उठाया तो फिर स्थानीय सांसद ललन सिंह परिवार से मिलने पहुंचे लेकिन इस मुलाकात के बाद उन्होंने जिस तरह से अपनी बातें रखी वह अपने आप में सवाल खड़ा कर रहा है।


दरअसल, मुंगेर के सांसद ललन सिंह पिछले 4 दिनों से इसी इलाके में मौजूद है। लेकिन वह लखीसराय में पीड़ित परिवार से मिलने नहीं जा रहे थे। उसके बाद इसको लेकर जब फर्स्ट बिहार ने खबर प्रकाशित की तो देर शाम स्थानीय सांसद ललन सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। लेकिन, जब यहां पत्रकारों से उनसे जब यह सवाल किया कि- क्या यह आप मानते हैं कि दोषी को बख्शा नहीं जाएगा तो इसको लेकर वो अगर -मगर करते नजर आए तो बात पुलिस प्रसाशन पर टाल गए। 


मुंगेर सांसद ललन सिंह ने कहा कि -  यह पुलिस का काम है। दोषी बख्शा  जाएगा या नहीं यह आप बोल सकते हैं हम नहीं बोल सकते हैं। दोषी पर कार्रवाई करना, उसके लिए सबूत इकट्ठा करना पुलिस का काम है हमारा आपका नहीं। निष्पक्ष जांच करना यह पुलिस का काम है। इस पर आप हम कुछ नहीं बोल सकते हैं। हां , ये बात है कि हमने पीड़ित परिवार से मिलने का काम किया है। इसको लेकर कानून में जो प्रावधान है उसके अनुसार कानून काम करेगी। घायलों के इलाज के लिए सरकार प्रयासरत है। मैं खुद पीएमसीएच के अधीक्षक से इसको लेकर बातचीत कर रहा हूं। इन लोगों में से  जिन्हें गोली लगी है। उनमें से एक गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। इसलिए उनके ऑपरेशन में दिक्कत हुई लेकिन अब उनका भी ऑपरेशन करवा लिया जाएगा।


मालूम हो कि, इस मामले में आरोपी पर पुलिस ने इनाम तक घोषित कर रखा है। लखीसराय पुलिस के तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर यह कहा गया है कि जिस किसी के तरफ से आरोपी की सूचना दी जाएगी उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और उन्हें इनाम भी दिया जाएगा। ऐसे में जब सवाल यह उठ रहा है कि जब स्थानीय सांसद से दोषी पर कार्रवाई को लेकर सवाल किया गया तो फिर उन्हें यह करने से क्यों परहेज हुई कि दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।


उधर, फर्स्ट बिहार की टीम ने जब इसको लेकर जानकारी इकट्ठा की तो स्थानीय लोगों का यह कहना था कि आरोपी दलित समुदाय से आता है और वर्तमान में नीतीश कुमार की सरकार दलित को लेकर कोई कड़ा एक्शन दिखाने के मूड में नहीं है। दूसरी तरफ कुछ लोगों का यह भी कहना है कि लखीसराय के इस इलाके में इस समुदाय का राजनीतिक वर्चस्व काफी अधिक है। ऐसे में ललन सिंह यह अच्छी तरह से जानते हैं कि आगामी समय में लोकसभा का चुनाव है और यदि कोई कड़ा एक्शन लिया जाता है या कोई ऐसी बातें कही जाती है जिससे यह समाज आहत होता है तो फिर उनकी मुश्किलें बढ़ाने वाली है।


लेकिन दूसरी तरफ सवाल यह भी है कि मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में सवर्ण का दबदबा रहा है और पीड़ित परिवार भी इसी समुदाय से संबंध रखता है। ऐसे में जब ललन सिंह उनसे मिलने गए तो आश्वासन जरूर दिया की कानून अपना काम करेगी। और अगर कानून अपना काम करती है तो फिर जदयू के लिए यह कहना आसान हो जाएगा कि हमारी सरकार न किसी को छोड़ता है ना किसी गलत को फांसती है।