PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद पहले चरण के मतदान के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे का एलान अब तक नहीं हो पाया है. दोनों गठबंधनों में उथल-पुथल मची हुई है. लेकिन ये ख़बरें सामने आ रही हैं कि महागठबंधन के भीतर अब सारी चीजें ऑल इज वेल हैं. मगर एनडीए खेमे में अभी भी घमासान मचा हुआ है.
एनडीए के भीतर इन दिनों कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. एक ओर भाजपा और जेडीयू खेमे की बातचीत बंद हो गई है, वहीं दूसरी ओर चिराग पासवान की पार्टी सीएम नीतीश के ऊपर ताबड़तोड़ हमले कर रही है. बीते दिन शुक्रवार को एलजेपी ने सीएम नीतीश के सात निश्चय योजना को भ्रष्टाचार करार दिया था. आज शनिवार को एक पोस्टर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. जिससे कई सवाल उठ रहे हैं.
दरअसल वायरल पोस्टर एलजेपी पार्टी का होने का दावा किया जा रहा है. जिसमें लिखा गया है कि 'मोदी से बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं'. इस पोस्टर के सामने आने के बाद दोनों दलों के बीच तल्खी और भी ज्यादा भी बढ़ गई है. हालांकि इस वायरल पोस्टर में एलजेपी पार्टी का सिंबल नहीं दिख रहा है. इसलिए यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि वायरल पोस्टर एलजेपी की ओर से जारी किया गया एक आधिकारिक पोस्टर है.
एलजेपी की ओर से सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमला किया जा रहा है. इस पोस्टर में बताया गया है कि नीतीश के लिए कुर्सी पहली प्राथमिकता है, जबकि एलजेपी और बीजेपी के लिए पहली प्राथमिकता बिहार है. बता दें कि बिहार एनडीए में बीजेपी, एलजेपी और जेडीयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर जबर्दस्त रस्साकस्सी चल रही है. बिहार में चर्चा तो ये भी है कि एलजेपी जरूरत पड़ने पर अकेले भी चुनाव लड़ सकती है.