गोपालगंज में BJP का किला बचेगा या लालटेन जलेगा? आज आएगा फैसला

गोपालगंज में BJP का किला बचेगा या लालटेन जलेगा? आज आएगा फैसला

GOPALGANJ : गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव के लिए भी आज मतगणना हो रही है। 3 नवंबर को मोकामा के साथ-साथ गोपालगंज में भी मतदान हुआ था और आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गोपालगंज के थावे स्थित डायट में बने मतगणना केंद्र के अंदर वोटों की गिनती हो रही है। अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा में ईवीएम यहां रखी गई हैं और मतगणना के लिए जो इंतजाम किया गया है। उसके तहत 14 टेबलों पर मतों की गिनती होगी। एक टेबल पर मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक और मतगणना माइक्रो आब्जर्वर तैनात रहेंगे। गोपालगंज में लड़ाई बेहद दिलचस्प मानी जा रही है। यहां आमने-सामने की टक्कर आरजेडी और बीजेपी उम्मीदवार के बीच है लेकिन बीएसपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के उम्मीदवार किसी का भी खेल बना और बिगाड़ सकते हैं। 


साल 2005 से गोपालगंज सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है। बीजेपी में इसके बाद कभी भी इस सीट पर हार का मुंह नहीं देखा है। ऐसे में बीजेपी के सामने अपना किला बचाने की चुनौती है। वहीं बीजेपी के ही आधार वोट बैंक में सेंधमारी के लिहाज से आरजेडी ने यहां वैश्य उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, जो बीजेपी का खेल बिगाड़ सकते हैं। बीजेपी ने पूर्व मंत्री सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को यहां उम्मीदवार बनाया था। उनका मुकाबला आरजेडी के मोहन प्रसाद गुप्ता से है। लेकिन चुनाव मैदान में उतरे दो अन्य उम्मीदवार जिस उम्मीदवार का ज्यादा वोट काटेंगे, उसकी हार और जीत का फैसला इसी से होगा। 


गोपालगंज में बीजेपी को फेवरेट माना जा रहा है लेकिन कम मतदान का होना सभी उम्मीदवारों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। आपको बता दें कि गोपालगंज में इस बार 2020 के तुलना में कम वोट पड़े। गोपालगंज में कुल 50.83 फ़ीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदाताओं की उदासीनता कहीं ना कहीं उपचुनाव में देखने को मिली। खास बात यह रही कि महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा मतदान किया। ऐसे में महिला वोट बैंक के अपने पक्ष में होने का दावा करने वाले नेता थोड़ा असहज महसूस कर रहे हैं। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 52.45 फ़ीसदी रहा जबकि 49.25 फ़ीसदी पुरुष वोटर्स ने मतदान किया। शुरूआती रुझान किसके पक्ष में जाता है इसके साथ ही यह तय होने लगेगा कि गोपालगंज का जनादेश क्या है। फर्स्ट बिहार आपको लगातार इससे जुड़ा अपडेट देता रहेगा।