कुशवाहा को लेकर JDU में दो फाड़ ! नीतीश के नेता बोले ... हवा में उड़ना बंद करें अशोक चौधरी

कुशवाहा को लेकर JDU में दो फाड़ ! नीतीश के नेता बोले ... हवा में उड़ना बंद करें अशोक चौधरी

PATNA : जेडीयू के अंदर सियासी घमासान मचा हुआ है। पार्टी के कई नेता नीतीश कुमार को सही ठहरा रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग वैसे भी हैं जो उपेंद्र कुशवाहा का साथ दे रहे हैं और इनकी बातों को गलत बोलने वालों को नसीहत दे रहे हैं। इस बीच अब जेडीयू एमएलसी ने उपेंद्र कुशवाहा को समर्थन देते हुए अशोक चौधरी पर गहरा तंज कसा है। 


जदयू एमएलसी रामेश्वर महतो ने उपेंद्र कुशवाहा को समर्थन करते हुए अशोक चौधरी पर निशाना साधा है और कहा है कि, माननीय मंत्री अशोक चौधरी जी मैं आपका सम्मान करता हूं क्योंकि आप हम सब के सर्वमान्य नेता श्री नीतीश कुमार जी के कैबिनेट के अंग हैं। लेकिन 26 जनवरी को जो आपने जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बारे में टिप्पणी कि वह ठीक नहीं है।आप ही के व्यवहार के कारण पासी समाज जनता दल यूनाइटेड का विरोधी हो गया है और अब जदयू को वोट नहीं देता है. जहां तक कुशवाहा समाज की बात है कुशवाहा समाज माननीय नेता नीतीश कुमार जी के साथ था और आज भी पूरी ताकत से खड़ा है। 


रामेश्वर महतो ने कहा कि, गरीबों की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में आप कॉर्पोरेट कल्चर के कैदी हैं। माननीय मंत्री अशोक चौधरी जी, आपके लिए हम सबों के नेता नीतीश कुमार जी का दरवाजा हमेशा खुला रहता है, लेकिन आपका दरवाजा हम गरीबों, पिछड़ों, अति पिछड़ों, दलितों शोषित और वंचितों के लिए क्यों बंद रहता है अशोक जी?? मुझे बहुत खुशी हुई जब मुझ जैसा पिछड़ा समाज के बेटे को माननीय मुख्यमंत्री जी ने सम्मान दिया और एमएलसी बनाया। लेकिन मेरा सर शर्म से झुक जाता है जब आप की चौखट से आपके गेटकीपर के द्वारा दर्जनों बार लौटा दिया जाता है और आपसे मिलने नहीं दिया जाता है . यह कैसा समाजवाद है आपका ! आपने हम सबों के नेता माननीय नीतीश कुमार जी से क्या सीखा। बंद कीजिए हवा में उड़ना जमीन पर आइए साहब!


आपको बताते चलें कि, अशोक चौधरी पिछले 2 दिनों से उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं।अशोक चौधरी ने उपेंद्र कुशवाहा पर हमला करते हुए कहा था कि, उपेंद्र कुशवाहा की हैसियत एक किराएदार की भी नहीं है। किराएदार कब से हिस्सेदारी लेने लगे, यह बात मुझे समझ में नहीं आ रही है। पार्टी में उनकी हैसियत किराएदार की है और वे हिस्सेदार नहीं हो सकते हैं।