कुढनी उपचुनाव के लिए राजद की रणनीति: मल्लाह की सीट पर कुशवाहा कैंडिडेट देगी, बाकी का काम मुकेश सहनी पूरा करेंगे

कुढनी उपचुनाव के लिए राजद की रणनीति: मल्लाह की सीट पर कुशवाहा कैंडिडेट देगी, बाकी का काम मुकेश सहनी पूरा करेंगे

PATNA: बिहार के राजनीतिक दलों के लिए एक और परीक्षा सामने हैं. सूबे के एक और विधानसभा सीट पर उप चुनाव हो रहा है. ये सीट राजद की थी. राजद विधायक अनिल सहनी के धोखाधड़ी के एक मामले में सजायाफ्ता होने के बाद मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी विधानसभा सीट पर उप चुनाव होने जा रहा है. चूंकि ये सीट राजद की सीटिंग है. अगर राजद हारी तो नये बने गठबंधन के खिलाफ बड़ा सियासी मैसेज जायेगा. लिहाजा कुढ़नी सीट पर जीत के लिए राजद के नया समीकरण बनाया है. 



जेडीयू से आयात होगा कुशवाहा उम्मीदवार

कुढ़नी सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में राजद के अनिल सहनी जीते थे जो मल्लाह जाति से आते हैं. कुढ़नी क्षेत्र में मल्लाह जाति के वोटरों की तादाद अच्छी खासी है. लेकिन राजद ने इस दफे कुढ़नी से कुशवाहा जाति के उम्मीदवार को उतारने की रणनीति बनायी है. राजद सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक राजद कुढ़नी विधानसभा उप चुनाव में जेडीयू के एक नेता को अपने टिकट पर मैदान में उतारने जा रही है.



राजद के एक प्रमुख नेता ने बताया कि कुढनी उप चुनाव में मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाने पर सहमति बन गयी है. मनोज कुशवाहा जेडीयू के नेता है. वे पहले भी कुढनी से विधायक रह चुके हैं. 2015 के चुनाव में वे हार गये थे. जेडीयू ने 2020 में कुढ़नी सीट भाजपा के लिए छोड़ी थी लिहाजा मनोज कुशवाहा को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला था. 



राजद सूत्रों के मुताबिक मनोज कुशवाहा से तेजस्वी यादव की बात हो चुकी है. दरअसल कुढनी सीट पर कुशवाहा जाति के वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा बतायी जाती है. ये सीट परंपरागत तौर पर कुशवाहा जाति की ही मानी जाती रही है. हालांकि पिछले दो चुनाव में दूसरी जातियों के उम्मीदवार जीते हैं. राजद ने कुढनी से हार-जीत का हिसाब किताब किया तो पता चला कि कुशवाहा जाति के उम्मीदवार को अगर टिकट नहीं दिया तो इस वोट बैंक के बीजेपी के साथ चले जाने का खतरा है. अगर सबसे बड़ा वोट बैंक ही भाजपा के साथ चला गया तो फिर जीत की संभावना बेहद कम हो जायेगी. लिहाजा मनोज कुशवाहा को उम्मीदवार बनाने की तैयारी कर ली गयी है.



बाकी काम मुकेश सहनी करेंगे

राजद के एक वरीय नेता ने कहा कि कुढ़नी सीट पर मल्लाह जाति का टिकट काट कर कुशवाहा को उम्मीदवार बनाने के खतरे भी हैं. आशंका ये है कि मल्लाह जाति का वोट नाराज होकर बीजेपी में शिफ्ट कर जायेगा. लिहाजा डैमेज कंट्रोल के लिए मुकेश सहनी सामने होंगे. सूत्र बताते हैं कि मुकेश सहनी की बातचीत महागठबंधन के नेताओं से हो चुकी है. उसके बाद ही उन्होंने कुढ़नी से अपना उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है. राजद ये मान रही है कि मुकेश सहनी अगर उम्मीदवार देंगे तो मल्लाह वोटर भाजपा की ओर जाने के बजाय मुकेश सहनी की ओर जायेंगे. ऐसे में भाजपा में कोई नया वोट बैंक नहीं जुड़ेगा और डैमेज कंट्रोल हो जायेगा. 



बता दें कि कुढ़नी में 5 दिसंबर को मतदान होना है. उप चुनाव के लिए नामांकन 10 नवंबर से ही शुरू हो जायेगा. लड़ाई राजद औऱ बीजेपी के बीच ही होनी है. लेकिन दोनों पार्टियों ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं. राजद की रणनीति सामने आयी है. राजद की रणनीति के हिसाब से ही बीजेपी भी अपना उम्मीदवार उतारेगी.