PATNA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न देने का ऐलान किया। इसके बाद बिहार की सियासत गरमा चुकी है। कर्पूरी को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। बिहार के ही पूर्व मुख्यमंत्री आर राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव ने ट्वीट कर दावा किया है कि उन्होंने लगातार इसकी मांग केंद्र सरकार से की है। साथ ही उन्होंने कर्पूरी को अपना गुरु भी बताया है। इसके साथ ही सूबे के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव में भी इस फैसले का स्वागत किया है। इस दौरान तेजस्वी केंद्र की सरकार पर हमलवार होना नहीं भूले।
राजद नेता और सूबे के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि आज हमारे जीवन की सबसे बड़ी साधना जो है वह पूरी हो गई। शोषित,वंचित, उत्प्रीत वर्गों के सबसे बड़े पेरोकार महान समाजवादी नेता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न दिलाने की मांग दशकों पुरानी है। इसके लिए राजद और हमारे पिता लालू प्रसाद यादव जी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी कई अन्य वरिष्ठ समाजवादी नेता और मैं खुद लगातार इसकी मांग करता रहा हूं। अब आज यह मांग पूरी हुई है। इसका हम स्वागत करते हैं।
इसके आगे तेजस्वी ने केंद्र की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि- जिस तरह से हमारी महागठबंधन की सरकार ने जाति आधारित गणना करवा कर जो आकड़ा आया उसी के अनुपात में 75% आरक्षण दिलाया है और इसका दायरा बढ़ाया है। अब इसी के दबाव में आज इस मांग को पूरा किया गया है। केंद्र की सरकार को भी अब यह समझ में आने लगा है।
वहीं, इससे पहले राजद सुप्रीमों लालू यादव ने ट्वीट करते हए लिखा है कि - ''मेरे राजनीतिक और वैचारिक गुरु स्व. कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न अब से बहुत पहले मिलना चाहिए था। हमने सदन से लेकर सड़क तक ये आवाज़ उठायी लेकिन केंद्र सरकार तब जागी जब सामाजिक सरोकार की मौजूदा बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना करवाई और आरक्षण का दायरा बहुजन हितार्थ बढ़ाया। डर ही सही राजनीति को दलित बहुजन सरोकार पर आना ही होगा।''