करोड़पति हैं बिहार के सारे आईपीएस अधिकारी, जमीन-मकान खरीदने में डीजी से आगे एडीजी रैंक के अधिकारी, जानिये किसके पास कितनी संपत्ति

करोड़पति हैं बिहार के सारे आईपीएस अधिकारी, जमीन-मकान खरीदने में डीजी से आगे एडीजी रैंक के अधिकारी, जानिये किसके पास कितनी संपत्ति

PATNA: बिहार में तैनात सारे आईपीएस अधिकारी करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं. इसमें सीनियर-जूनियर का कोई भेद नहीं है. जमीन से लेकर फ्लैट औऱ मकान खरीदने में सीनियर अधिकारियों को उनके जूनियर अधिकारियों ने पीछे छोड़ दिया है. एडीजी रैंक के कई अधिकारियों के पास डीजी रैंक के अधिकारियों से ज्यादा संपत्ति है. ये सरकारी ब्योरा है, जिसे आईपीएस अधिकारियों ने खुद जारी किया है. 


दरअसल केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये नियमों के मुताबिक सारे आईपीएस अधिकारियों को हर साल 31 जनवरी तक अपनी संपत्ति का ब्योरा देना होता है. बिहार सरकार के गृह विभाग की वेबसाइट पर आईपीएस अधिकारियों के संपत्ति के ब्योरे को जारी कर दिया गया है. इसमें डीजी, एडीजी के अलावा रेंज और जिले के अधिकारियों की अचल संपत्ति का ब्योरा शामिल है. संपत्ति के ब्योरे से दिख रहा है कि बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारियों में डीजी से ज्यादा एडीजी रैंक के  अधिकारियों ने जमीन और प्लॉट खरीदे हैं.


डीजीपी के पास कितनी है संपत्ति

बिहार के डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने अपनी संपत्ति का जो ब्योरा दिया है उसके मुताबिक उनके पास 3 करोड़ 66 लाख रूपये की अचल संपत्ति है. रजविंदर सिंह भट्टी के पास चंडीगढ़ में पुश्तैनी एक आवासीय मकान के साथ साथ एक फॉर्म हाउस है. उन्होंने अपने आवासीय मकान की कीमत एक करोड़ 86 लाख बतायी है तो फॉर्म हाउस की कीमत 1 करोड़ 80 लाख बताया है. 


डीजी रैंक के एक दूसरे अधिकारी आलोक राज को अच्छी खासी पुश्तैनी संपत्ति मिली है. डीजी विजलेंस के पद पर तैनात आलोक राज के पास मुजफ्फरपुर में तीन जगह पुश्तैनी जमीन है. वहीं, पटना के कंकड़बाग में पिता के नाम आवासीय मकान भी है. आलोक रोज द्वारा दिये गये संपत्ति के ब्योरे में ये कहा गया है कि  आवासीय मकान और जमीन में उनके भाइयों का भी हिस्सा है. उन्होंने मुजफ्फरपुर के तीनों पुश्तैनी जमीन की कीमत 22 लाख बतायी है तो पटना के आवासीय मकान की कीमत तीन करोड़ रुपये बतायी गयी है.

अरविंद पांडेय के पास सबसे कम संपत्ति

बिहार में डीजी रैंक के अधिकारी अरविंद पांडेय के पास सबसे कम अचल संपत्ति है. नागरिक सुरक्षा आयुक्त के पद पर तैनात अरविंद पांडेय के पास उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में पुराना पुश्तैनी मकान है. उन्होंने उस मकान की कीमत 12 लाख रुपये बतायी है. लेकिन बिहार के एक डीजी रैंक के अधिकारी के पास अपने गृह राज्य में कई प्लॉट है. केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर तैनात डीजी रैंक के अधिकारी ए. सीमा राजन ने ब्योरा दिया है कि तमिलनाडु के कोयम्बटुर, चेन्नई, थिरूपुरुर थैयुर में उनके प्लॉट हैं. उन्होंने अपने जमीन की कीमत एक करोड़ 56 लाख रुपये बताई है.

एडीजी गंगवार के पास पांच शहरों में जमीन-मकान

बिहार के एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने अपने संपत्ति के ब्योरे में बताया है कि उनके पास पांच शहरों में जमीन है. गंगवार के उत्तर प्रदेश के लखनऊ, हरियाणा के गुड़गांव औऱ फरीदाबाद, पंजाब के लुधियाना औऱ बिहार के फुलवारी शरीफ में फ्लैट और जमीन है. उन्होंने अपने जमीन और मकान की कीमत नहीं बतायी है. गंगवार के मुताबिक लखनऊ की जमीन उनके पिता ने गिफ्ट में दिया था. वहीं, गुड़गांव के फ्लैट को उन्होंने 2003 में साढ़े 19 लाख रूपये में खरीदा था. फरीदाबाद का फ्लैट 18 लाख 90 लाख रूपये में खरीदा था. गंगवार के पास पटना के फुलवारीशरीफ में लगभग 28 कट्ठा जमीन है. उन्होंने बताया कि इस जमीन को उन्होंने साल 2011 में 7 लाख रुपये में खरीदी थी. 


बिहार के एक औऱ  एडीजी के पास तेलगांना, आंध्र प्रदेश से लेकर बिहार तक जमीन औऱ मकान है. एडीजी अमृत राज के पास तेलंगाना के महबूब नगर में करीब डेढ़ करोड़ रुपये का मकान है. तेलंगाना के ही हैदराबाद में एक करोड़ 90 लाख रुपये का फ्लैट है. अमृत राज के पास पटना के सगुना मोड़ के पास 85 लाख रुपये का फ्लैट है. अमृत राज के मुताबिक ये तीनों संपत्ति में पत्नी भी संयुक्त रूप से मालकिन है. अमृत राज के पास आंध्रप्रदेश के गुंटुर में खेती की जमीन 5.86 एकड़ जमीन है. ये जमीन उनके बेटे अरीन राज के नाम है.


केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर तैनात बिहार कैडर के एडीजी नीरज सिन्हा ने जानकारी दी है कि उनके पास कोलकाता और नोएडा में फ्लैट है. नीरज सिन्हा ने अपनी संपत्ति की कीमत नहीं बतायी है. बिहार के एडीजी वायरलेस सुनील कुमार झा के पास पटना के पटेल नगर में मकान है. ये मकान दो कट्टा दस धुर में बना हुआ दो मंजिला मकान है. एडीजी सुनील कुमार झा ने इसकी कीमत लगभग एक करोड़ रूपये बताई है.


एडीजी जितेंद्र कुमार के पास रुड़की में जमीन, नोएडा में फ्लैट

सीआईडी के एडीजी पद पर तैनात जितेंद्र कुमार ने उत्तराखंड के रूड़की में जमीन  और नोएडा में फलैट है. उन्होंने बताया है कि साल 2013 में रूडकी की जमीन की कीमत 17 लाख 15 हजार रुपये थी तो नोएडा के फ्लैट की कीमत साल 2019 में एक करोड़ रूपये थी. स्पेशल के एडीजी ब्रांच सुनील कुमार के पास बक्सर के डुमरांव के पास गांव में करीब दो करोड़ रुपये की पुश्तैनी जमीन है. ये जमीन संयुक्त रूप से उनके पिता और भाइयों के नाम है.

बिहार कैडर के दूसरे आईपीएस अधिकारियों एडीजी एटीएस एस रवींद्रन, पंकज कुमार दराद, सुनील कुमार, अनिल किशोर यादव, अजिताभ कुमार, संजय सिंह ने भी अपनी संपत्ति की घोषणा की है।


अजिताभ कुमार के तीन पुश्तैनी मकान, नोएडा में फ्लैट

एडीजी अजिताभ कुमार ने अपनी संपत्ति के ब्योरे में बताया है कि उनके पास बिहार में पटना के नाला रोड और कंकड़बाग के चित्रगुप्त नगर के साथ साथ बिहारशरीफ में पुश्तैनी मकान और जमीन है. इनकी कीमत 4 करोड़ 10 लाख रुपये है. उन्होंने नोएडा में फ्लैट भी खरीदा है जिसकी कीमत 80 लाख रुपये है.


पारसनाथ के पास पटना में दो फ्लैट, दुकान और जमीन, यूपी में तीन जमीन

एडीजी बजट पारसनाथ के पास बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश में कई जमीन औऱ मकान हैं. उनके पास पटना के उत्तरी एसकेपुरी में 44 लाख रुपये का एक फ्लैट, कंकड़बाग मेन रोड में 51 लाख रुपये की दुकान,  पटना के गौरीचक के चिपुरा में 15 लाख रुपये का जमीन औऱ दानापुर सगुना मोड़ के पास 50 लाख रुपये का फ्लैट है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में तीन जमीन खरीदी है. जमीन की कीमत 95 लाख रूपये बतायी गयी है. पारसनाथ के मुताबिक उनकी कुल अचल संपत्ति दो करोड़ 55 लाख रुपये की है.

एडीजी ट्रेनिंग अनिल किशोर यादव के पास पटना के रुकनपुरा में 70 लाख रुपये की जमीन है. वहीं, संपतचक में एक करोड़ 30 लाख रुपये की जमीन है. रुकनपुरा की जमीन पत्नी के नाम पर है वहीं संपतचक की जमीन बेटे और बेटी के नाम है. उन्होंने बताया है कि दोनों जमीन फ्लैट बेचकर खरीदे गये हैं. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह के पास पटना के नागेश्वर कॉलोनी और नोएडा में एक-एक फ्लैट है. वहीं, एटीएस के एडीजी एस रवींद्रन के पास तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक करोड़ रुपये का एक मकान है. एडीजी पंकज कुमार दराद के पास झारखंड के गिरिडीह और पटना के बोरिंग रोड में पुश्तैनी मकान है. उन्होंने पटना के नार्थ एसकेपुरी में एक फ्लैट और गुड़गांव में एक आवासीय मकान भी खरीद रखा है.