कृषि मंत्री प्रेम कुमार पर जानलेवा हमला, बीजेपी विधायक भी निशाने पर

कृषि मंत्री प्रेम कुमार पर जानलेवा हमला, बीजेपी विधायक भी निशाने पर

AURANGABAD :  इस वक्त एक बड़ी खबर औरंगाबाद से सामने आ रही है. जहां बिहार के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार के ऊपर जानलेवा हमला करने की बात सामने आ रही है. मंत्री के साथ-साथ भाजपा विधायक को भी निशाना बनाये जाने की बात सामने आई है. हालांकि की पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की सूझबूझ से दोनों को बचाया गया है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.


घटना औरंगाबाद जिले के गोह प्रखंड की है. जहां  बंदेया थाना क्षेत्र के चपरा गांव में मंगलवार की शाम राजद के कथित समर्थकों ने राज्य सरकार के कृषि पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. प्रेम कुमार और गोह के भाजपा विधायक मनोज शर्मा पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया. जिसे उनके सुरक्षाकर्मियों तथा पुलिस ने विफल कर दिया.


कृषि मंत्री डॉ. कुमार ने  दूरभाष पर बताया कि मंगलवार को शाम पांच बजे के करीब जब वे गोह के विधायक मनोज शर्मा के साथ स्थानीय ग्रामीणों तथा कार्यकर्ताओं के आग्रह पर चपरा गांव में जनसंपर्क के दौरान पहुंचे.  इसी दौरान  करीब 20-25 की संख्या में रहे कथित राजद कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों ने अचानक जानलेवा हमला करने का प्रयास किया लेकिन सुरक्षाकर्मियों तथा पुलिस की तत्परता से वह बाल-बाल बच गए. उन्होंने कहा कि हमलावर राजद के पक्ष में नारे भी लगा रहे.


कृषि मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की ओर से बिहार के विकास के लिए लगातार किए जा रहे कार्यों से विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता समर्थक हताश हो गए हैं और आसन्न विधानसभा चुनाव के दौरान संभावित हार को देखते हुए निराशा में ऐसी घटनाओं को अंजाम देने पर उतारू हो गए हैं.  उन्होंने कहा कि राजद के कार्यकर्ता समर्थक ग्रामीण इलाके में एनडीए के नेताओं पर हमला कर राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार और पुलिस ऐसे किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी. आम जनता एनडीए को अपना समर्थन देने का मन बना चुकी है और हर तरफ से एनडीए के भावी प्रत्याशियों को मिलते समर्थन को देखकर राजद के चंद कार्यकर्ता तथा समर्थक बौखला गए हैं.


डॉ. कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन हिंसक तरीके से नहीं.  उन्होंने आरोप लगाया कि लालू राबड़ी के 15 वर्षों के कार्यकाल में जंगल राज के दौरान राजद के कार्यकर्ता मरने मारने पर ही  उतारू रहे हैं और जब एक बार फिर आसन्न विधानसभा चुनाव में विपक्ष को सामने अपनी हार दिखाई दे रहा है तो वह हिंसा का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं.


कृषि मंत्री ने कहा कि एनडीए के नेता कार्यकर्ता राष्ट्रीय जनता दल के हिंसक रवैए से डरने वाले नहीं हैं और उन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के जरिए मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजद शासनकाल के जंगलराज से प्रेरित कार्यकर्ताओं ने यदि हिंसक रवैया अपनाना जारी रखा तो उनके खिलाफ राज्य सरकार सख्त कार्रवाई करेगी. डॉ. कुमार ने कहा कि वह बिहार में सर्व समाज के अलावा अति पिछड़ी जातियों के कल्याण और उत्थान के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और यह राष्ट्रीय जनता दल के खास वोट बैंक माने जाने वाले एक जाति विशेष के लोगों को रास नहीं आ रहा है.


उन्होंने आगे कहा कि यदि अति पिछड़ी जातियों को दबाने और उनकी भावनाओं को कुचलने की कोशिश की गई तो उसे किसी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास से बिहार में कृषि पशुपालन तथा मत्स्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और विकास दिखाई दे रहा है.  उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बिहार देश के विकसित राज्यों में एक होगा और विधानसभा चुनाव के बाद बिहार में एनडीए की एक बार फिर सरकार बननी तय है.