केन्द्रीय वित्त आयोग ने बढ़ाया बिहार का हिस्सा ; अर्थव्यवस्था पकड़ रही तेज रफ्तार, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

केन्द्रीय वित्त आयोग ने बढ़ाया बिहार का हिस्सा ; अर्थव्यवस्था पकड़ रही तेज रफ्तार, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

PATNA : बिहार के डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज सदन में बिहार का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। सुशील मोदी के पेश किए गए रिपोर्ट के मुताबिक बिहार की अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि दर्ज की गयी है। वहीं उन्होनें बताय़ा कि 15वें वित्त आयोग ने बिहार का हिस्सा बढ़ा दिया है। इससे माना जा रहा है कि कल पेश होने वाले बजट में राज्य को बहुत कुछ मिल सकता है। वहीं रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि की संभावना बढ़ गयी है।


वित्त मंत्री सुशील मोदी ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए बताया कि बिहार की अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि दर्ज की गयी है। 2018-19 के मुकाबले वृद्धि दर 10.53 के मुकाबले 15.01 तक पहुंच गयी है। उन्होनें बताया कि अर्थव्यवस्था के मुख्य वाहकों की वृद्धि दर दो अंको में रही है। उन्होनें बताया कि वायु परिवहन, व्यापार एवं मरम्मत सेवाएं, पथ परिवहन और वित्तीय सेवाओं में डबल डिजिट बढ़ोतरी हुई है।


सुशील मोदी ने कहा कि 15वें वित्त आयोग ने साल 2020-21 के लिए अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। उसकी अनुशंसा के अनुसार 2020-21 के लिए केन्द्र के कुल वितरणीय संसाधन कोष में बिहार का हिस्सा वर्तमान के 9.67 फीसदी के मुकाबले बढ़ कर 10.06 फीसदी हो गया है।


डिप्टी सीएम ने बताया कि बिहार में कृषि, वन एवं मछली उद्योग, थोक एंव खुदरा व्यापार , वाहनों की मरम्मत समेत कई सेक्टर में पुरुषों को रोजगार मिला है। वहीं महिलाओं को शिक्ष,कृषि और मछली पालन में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होनें बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में खर्च 13.8 फीसदी वार्षिक दर से बढ़ा है। उन्होनें बताया कि सरकार ने शिक्षा पर खर्च 2011-12 में 10,124 करोड़ के मुकाबले 2018-19 में बढ़ कर 28,080 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।