KISHANGANJ: हिन्दू स्वाभिमान यात्रा पर निकले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की यात्रा के समापन के मौके पर किशनगंज मे जोरदार ड्रामा हो गया. ड्रामा ऐसा हुआ कि नाराज होकर गिरिराज सिंह ने अपने रथ से लगातार हनुमान चालीसा का जाप करने लगे. गिरिराज सिंह किशनगंज की पुलिस के रवैये से नाराज थे. बाद में डीएम, एसपी के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ.
दरअसल गिरिराज सिंह ने 18 अक्टूबर को भागलपुर से अपने हिन्दू स्वाभिमान यात्रा की शुरूआत की थी. 22 अक्टूबर यानि आज इस यात्रा का समापन किशनगंज में होना था. यात्रा के समापन के मौके पर किशनगंज की सभा में गिरिराज सिंह किशनगंज पुलिस पर ऐसे भड़के कि जब तक उनकी बात नहीं सुनी गई तब तक वे अपने रथ पर खड़े ही स्वामी दीपांकर के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करते रहे.
पुलिस ने लोगों को हटाया
मामला ये था कि किशनगंज पुलिस ने गिरिराज सिंह की यात्रा में आयी कलश यात्रियों को सभा स्थल से हटा दिया था. इसकी जानकारी मिलने के बाद ही गिरिराज सिंह का गुस्सा फूट पड़ा. यात्रा के समापन के लिए गिरिराज सिंह का काफिला मंगलवार को किशनगंज शहर के गौशाला परिसर से गांधी चौक पहुंचा था. खुली जीप पर चल रहे गिरिराज सिंह सभा के लिए रथ पर चढ़ गए.
रथ से कुछ देर का ही भाषण हुआ था कि गिरिराज सिंह ने देखा कि कलश यात्रा में आए लोगों को हटाया जा रहा है. यात्रा से जुड़े लोगों ने उन्हें बताया कि किशनगंज के डीएसपी गौतम कुमार पुलिस बल के साथ भीड़ को हटवा रहे हैं. इतनी जानकारी मिलते ही गिरिराज सिंह उखड़ गए.
ताजिया को रोकते हो क्या?
गिरिराज सिंह ने रथ से ही किशनगंज के डीएम को फोन लगाया और कहा कि जब तक कलश यात्री वापस नहीं लौटेंगे, तब तक वो हनुमान चालीसा पढ़ते रहेंगे. जरूरत पड़ी तो धरना पर बैठेंगे. इससे पहले गिरिराज सिंह ने रथ से ही डीएसपी गौतम कुमार को खूब खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने पूछा कि क्या किशनगंज पुलिस किसी ताजिया जुलूस को रोकती है क्या? अगर लोगों को वापस नहीं आने दिया गया तो वो वहीं धरना पर बैठ जाएंगे.
गिरिराज सिंह ने जब डीएम को फोन किया तो डीएम ने पुलिस अधिकारियों से बात की. इसके बाद कलश यात्रियों को वापस सभा में बुलाया गया. फिर गिरिराज सिंह ने हनुमान चालीसा का पाठ खत्म किया. गिरिराज सिंह ने समर्थकों के लौटने के बाद लगभग पांच मिनट भाषण दिया. उन्होंने कहा कि हिन्दुओं को एकजुट करने के लिए और भी यात्राएं करेंगे.
ये तो यात्रा का पहला चरण था. उन्होंने कहा कि किशनगंज को कश्मीर बनाने की कोशिश हो रही है, जिसका जवाब देने के लिए हिन्दुओं की एकजुटता जरूरी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जैसे देवी-देवता आसुरी शक्तियों से मुकाबले के लिए अस्त्र-शस्त्र रखते थे, वैसे ही हिन्दू परिवार भी घर में अस्त्र-शस्त्र रखे. किशनगंज में यात्रा समाप्त करने के बाद गिरिराज सिंह वहीं से बागडोगरा एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गये.