PATNA : केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन में 100 दिन का सफर पूरा कर लिया है। इन 100 दिनों में ना तो सरकार झुकी है और ना ही किसान संगठन। दिल्ली की सीमाओं पर किसान संगठनों का धरना जारी है। किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर आज किसानों ने केएमपी एक्सप्रेस वे को 5 घंटे तक जाम रखने का फैसला किया है।
आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शनकारियों से आह्वान किया है कि काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएं। किसान सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक केएमपी एक्सप्रेस वे को जाम करेंगे। वहीं इस दौरान किसानों ने टोल प्लाजा को टॉल फीस जमा करने से मुक्त करने का भी ऐलान किया है। सिंघु बॉर्डर से किसान कुंडली पहुंचकर एक्सप्रेस वे का रास्ता ब्लॉक करेंगे। वह इस मार्ग पर पड़ने वाले टोल प्लाजा को भी बंद कराएंगे। गाजीपुर बॉर्डर से किसान डासना टोल की तरफ कूच करेंगे। टिकरी बॉर्डर से नजदीक बहादुरगढ़ बॉर्डर को भी ब्लॉक करने की तैयारी है साथ ही शाहजहांपुर बॉर्डर पर बैठे किसान गुरुग्राम-मानेसर से सटे केएमपी एक्सप्रेस वे ब्लॉक करेंगे।
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का नेतृत्व करने वाले भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश से इकाई के अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा है कि हमारा यह विरोध पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा। राहगीरों को परेशान नहीं किया जाएगा। साथ ही साथ 5 घंटे की बंदी के दौरान राहगीरों के लिए हम पानी की भी व्यवस्था करेंगे। इमरजेंसी वाहनों को नहीं रोकने का फैसला किया गया है एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड की गाड़ी या फिर विदेशी पर्यटकों को नहीं रोका जाएगा। आपको याद दिलाने की कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर 26 नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।