DESK: बिहार को बदलने के लिए जन सुराज अभियान चला रहे प्रशांत किशोर अचानक से चार्टर प्लेन पर सवार होकर आंध्र प्रदेश पहुंच गये. दो दिनों तक वे आंध्र प्रदेश के अमरावती में तेलगु देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू के साथ चुनावी रणनीति तैयार करते रहे. आज जब अमरावती से वापस दिल्ली लौटने के दौरान पत्रकारों ने प्रशांत किशोर से सवाल पूछा तो पीके ने कहा-चंद्रबाबू नायडू से औपचारिक मुलाकात करने आय़े थे. उधर, प्रशांत किशोर की संस्था IPAC ने कहा है कि वह चंद्रबाबू नायडू के विरोधी जगन मोहन रेड्डी के लिए काम कर रही है और उनके लिए काम करती रहेगी. अब सवाल ये उठ रहा है कि प्रशांत किशोर क्या करने वाले हैं.
बता दें कि प्रशांत किशोर ने पिछले 14 महीने से बिहार में जन सुराज अभियान चला रखा है. इसके तहत वे पायजामा-कुर्ता पहन कर बिहार के गांव-गांव में पदयात्रा कर रहे हैं. इसी बीच शनिवार को वे आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा एयरपोर्ट पर नजर आ गये. प्रशांत किशोर चार्टर प्लेन पर नारा लोकेश के साथ दिल्ली से अमरावती पहुंचे थे. नारा लोकेश तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू के बेटे हैं. बिहार के लोग समझ रहे थे कि प्रशांत किशोर गांवों की पदयात्रा कर रहे हैं लेकिन वे पायजामा कुर्ता छोड़ कर जींस औऱ शर्ट में आंध्र प्रदेश में दो दिनों तक जमे रहे.
पत्रकारों के सवालों को टाला
रविवार को प्रशांत किशोर विजयवाड़ा एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए वापस रवाना हुए. एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने उन्हें घेरा. सवाल पूछा-अब किसके लिए काम करेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि वे तो चंद्रबाबू नायडू से औपचारिक मुलाकात करने आये थे. प्रशांत किशोर ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू मुझसे मिलना चाहते थे. इतना सीनियर लीडर मिलना चाह रहे थे इसलिए मैं मिलने आ गया था. दो लाइन बोलकर प्रशांत किशोर वहां से निकल गये.
IPAC के दावे ने फैलाया भ्रम
लेकिन प्रशांत किशोर जब अमरावती में चंद्रबाबू नायडू के घर पर जमे थे तो उनकी संस्था IPAC की ओर से सोशल मीडिया अकाउंट पर अलग ही दावा कर दिया गया. IPAC ने लिखा “I-PAC पिछले साल से जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रही है. हम मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के साथ तब तक अथक परिश्रम करने के लिए समर्पित हैं, जब तक कि वे 2024 में फिर से प्रचंड जीत न हासिल कर लें और आंध्र प्रदेश के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपने अटूट प्रयास जारी रखें.”
प्रशांत किशोर की संस्था IPAC के इस दावे ने सियासी गलियारे में काफी भ्रम फैला दिया है. अंदरखाने से जो खबर आ रही है वह ये है कि प्रशांत किशोर के कई अहम सहयोगी उनका साथ छोड़ कर जगन मोहन रेड्डी के लिए काम कर रहे हैं. प्रशांत किशोर ने 2017 में जगन मोहन रेड्डी के लिए रणनीति तैयार की थी. आंध्र प्रदेश में 2024 में विधानसभा चुनाव है और सत्ता पर काबिज जगन मोहन रेड्डी को इस बार चंद्रबाबू नायडू से कड़ी चुनौती मिल रही है.
ऐसे में प्रशांत किशोर आंध्र प्रदेश की राजनीति में फिर से लौटे हैं. लेकिन इस बार वे चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP के साथ रहने वाले हैं. शनिवार को प्रशांत चार्टर्ड फ्लाइट से टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव नारा लोकेश के साथ विजयवाड़ा एयरपोर्ट पहुंचे थे और वहां से दोनों TDP अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के आवास पर गए थे. सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत और नायडू के बीच शनिवार को ही करीब 3 घंटे तक बातचीत हुई. इसमें आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में तेलगु देशम पार्टी के लिए प्रशांत किशोर का काम करने की डील तय हो गयी. प्रशांत टीडीपी के मुख्य चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम करेंगे.