PATNA : बिहार में जाती आधारित गणना का रिपोर्ट पेश कर दिया गया है। अब इस रिपोर्ट को लेकर कई तरह से सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्षी दलों के तरफ से इसमें एक जाति को अधिक महत्व देने की बात कही जा रही है। ऐसे में इसको लेकर अब बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने सरकार का पक्ष रखा है। मंत्री ने कहा है कि - इसमें कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं लेकिन हमारा ऐसा कोई मकसद नहीं। राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है और सभी दलों की सहमति से यह निर्णय लिया है। किसी राज्य की बात छोड़िए आज तक किसी देश में ऐसा नहीं हुआ है। बिहार सरकार ने ऐसा करके पूरे देश में एक मिसाल कायम किया है।
इसके बाद उन्होंने कहा कि- 1931 के बाद कभी भी जाति आधारित गणना नहीं हुआ और बिहार सरकार ने यह पूरा उठाया है। आज सभी दलों के सहयोग से और सभी प्रकार के आंकड़े उपलब्ध हो गए हैं। अब कल इसे सदन पटल पर रखा भी जाएगा। इस गणना के संबंध पूरी विस्तृत रिपोर्ट यानी हर जात के अलग-अलग लोगों की संख्या के साथ उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति के नतीजे विधानसभा में और पूरे देश की जनता में बताया जाएगा।
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह के तरफ से रिपोर्ट पर सवाल उठाए जाने के मामले में विजय चौधरी ने कहा कि- गृह मंत्री जैसे जिम्मेदार व्यक्ति बिना आंकड़े बिना कोई गणित समझे बिना जानें क्या-क्या कल बोल गए। मुजफ्फरपुर में आखिर किसी की संख्या घटा दी गई या बढ़ा दी गई है। बिना किसी के आंकड़े को जाने ऐसे बेबुनियाद बात नहीं बोलना चाहीए।
उधर, अमित शाह के तरफ से एक समुदाय और जाती की संख्या बढाए जाने के आरोप को लेकर मंत्री ने कहा कि- मुख्यमंत्री हमेशा बोलते थे कि हम हर जात के गरीबों को पहचान करेंगे। आज वही हुआ है। अमित शाह ने कहा कि- वो कहां से बोल रहे हैं। कौन सा आंकड़ा देखकर बोले हैं। उनसे जरा पूछ लीजिए कि आपको कैसे पता चला कि आंकड़ा बड़ा है या घाटा है। हम लोग तो उनको कहते रहे है कि आप भी जनगणना करा दीजिए।
पटना से इंद्रजीत कुमार की रिपोर्ट