खगड़िया के राम कुमार को 103 दिन बाद उग्रवादियों ने छोड़ा, अरुणाचल प्रदेश के ऑयल कंपनी में करता था काम

खगड़िया के राम कुमार को 103 दिन बाद उग्रवादियों ने छोड़ा, अरुणाचल प्रदेश के ऑयल कंपनी में करता था काम

DESK: खगड़िया के अलौली थाना क्षेत्र के बहादुरपुर निवासी राम कुमार को 103 दिन बाद उग्रवादियों ने रिहा कर दिया है। उल्फा उग्रवादियों ने उन्हें असम राइफल्स को सौंप दिया है। अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग के डीएम देवांश यादव ने खगड़िया डीएम को फोन पर इस बात की जानकारी दी है। राम कुमार अब  अरुणाचल प्रदेश से अपने घर बिहार के लिए रवाना होंगे। 



गौरतलब है कि 21 दिसंबर 2020 को अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले से उल्फा उग्रवादियों ने ऑयल कंपनी के कर्मचारी को अगवा कर लिया था और रिहाई के लिए फिरौती की मांग कर रहे थे। जिसके बाद परिजनों ने राम कुमार की रिहाई की गुहार लगाई। जिसके बाद राम कुमार की रिहाई का वीडियो शनिवार से वायरल होने लगा। जिसकी पुष्टि अरुणाचल प्रदेश के अधिकारी नहीं कर रहे थे। लेकिन अब अगवा राम कुमार की रिहाई की खबर आई है। खुद चांगलांग के डीएम इसकी जानकारी खगड़िया डीएम को फोन पर दी है। राम कुमार की रिहाई की खबर सुनते ही परिजन अब उनके घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। परिजनों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। परिवार वाले राम कुमार की एक झलक पाने को बेचैन हैं।     



गौरतलब है कि राम कुमार क्विप्पो ऑयल एंड गैस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी में काम करते हैं। यह कंपनी इंडियन ऑयल के लिए गैस पाइपलाइन बिछाने का काम करती है। इसी कंपनी के एक अन्य कर्मी पीके गगोई का भी अपहरण उग्रवादी संगठन ने कर लिया था। उल्फा उग्रवादी संगठन ने दोनों कर्मचारियों की रिहाई के लिए 20 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी और 16 फरवरी की समय-सीमा तय की थी जिसे बाद में बढ़ा दिया गया था। मामले में कंपनी के टूल पुशर प्रताप चंद्र जीना ने FIR भी दर्ज करवाई थी। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा था और रिहाई की मांग की थी।



घटना की सूचना जैसे ही राम कुमार के परिजनों को मिली घर पर कोहराम मच गया था। जिसके बाद राम कुमार की रिहाई के लिए परिजन सरकार से गुहार लगाने लगे। राम कुमार की रिहाई की खबर मिलते ही घर में खुशी का माहौल हो गया। गांव वाले भी  इस खबर से काफी खुश है और उसके घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं।