MUZAFFARPUR: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल रविवार 5 नवम्बर को बिहार दौरे पर आ रहे हैं। वे मुजफ्फरपुर के पताही हवाई अड्डा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। उनका यह कार्यक्रम लोकसभा प्रवास कार्यक्रम के तहत हो रहा है। बिहार में भाजपा का सत्ता से हटने के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह का 5 नवम्बर 2023 को बिहार में सातवां दौरा है। अमित शाह के मुजफ्फरपुर दौरे से पूर्व जेडीयू ने एक पोस्टर जारी कर हमला बोला है।
जनता दल (यू०) के मुख्य प्रवक्ता यह विधान पार्षद नीरज कुमार ने पताही हवाई अड्डा, मुजफ्फरपुर के पास माड़ीपुर स्थित "होटल सिमना" में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार आते हैं आयें अच्छी बात है मगर झूठ ना बोलें इससे सच्चे सनातनियों का अपमान होता है।
आगे कहा कि देश के सहकारिता मंत्री एक वर्ष में सातवीं बार बिहार आ रहें और क्या-क्या बोलेंगे वो हम बताते हैं-खूब ताली बजवाऐंगे – पुरखों का अपमान करेंगे। जंगलराज बताऐंगे – छलिया मुस्कान मुसकाऐंगे। अपनी उपलब्धी नहीं गिनाऐंगे – दूसरे के कामों को अपनी उपलब्धी बताऐंगे। झूठ फरेब की राजनीति करके जाऐंगे। उन्होंने अमित शाह को याद दिलाते हुए कहा कि आमित शाह पूर्णिया आते हैं और बिना हवाई अड्डा के ही हवाई जहाज उड़ा देते हैं। 2019 में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसी मुजफ्फरपुर स्थित पताही हवाई अड्डा से कहा था कि आप सबों के लिए जल्द ही पताही हवाई अड्डा चालू हो जायेगा। लेकिन 1654 दिन बीत जाने के बाद भी हवाई अड्डा चालू नहीं हुआ।
उन्होंने इसी सभा में कहा था कि छोटे किसानों, खेतिहर मजदूर, छोटे दुकानदारों को 60 वर्ष की आयु के बाद नियमित पेंशन दिया जायेगा। क्या मिला है अब तक? साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा था कि वर्ष 2022 तक सभी गरीबों को पक्का मकान देंगे। क्या सभी को पक्का मकान मिल गया ?
रोजगार के सवाल पर आरोप लगाते हुए जेडीयू ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने रोजगार के नाम पर बिहार के युवाओं धोखा दिया है। लोकसभा में पुछे गये एक प्रश्न के जवाब में केन्द्र सरकार कबूला है कि जुलाई 2022 तक देश में मात्र 7 लाख 22 हजार 311 को ही नौकरी दे पायी है। वहीं हाल में ही 28 नवम्बर 2023 को पूरे देश में मात्र 51 हजार नियुक्ति पत्र बांटा गया जिसमें सिर्फ 133 बिहारियों को ही नियुक्ति पत्र सौंपा और इसे मेगा इवेंट के रूप में पेश किया।
वहीं नीतीश कुमार ने बिहार में इतिहास रच दिया है। 2 नवम्बर 2023 को एक विज्ञापन ही से कुल 1 लाख 20 हजार से अधिक नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंप कर कृतिमान स्थापित किया है। इस पर भी बीजेपी वाले नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाकर बिहारी मेधा का अपमान कर रहे हैं ।