KATIHAR: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को कटिहार के दौरे पर पहुंचे हैं। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री करोड़ों रुपए की योजनाओं की सौगात जिले के लोगों को देंगे हालांकि सीएम के कार्यक्रम में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब बलरामपुर के भाकपा माले विधायक महबूब आलम अचानक बीच सड़क पर धरना पर बैठ गए।
दरअसल, पिछले कुछ महीनो से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न सिर्फ मीडिया बल्कि विपक्षी दलों के विधायकों और सांसदों तक से दूरी बना रखी है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में विपक्ष के नेताओं को बुलाया तो जाता है लेकिन उन्हें कुछ खास तरजीह नहीं दी जाती है। पिछले कुछ महीने में इस तरह के मामले सामने भी आ चुके हैं, जहां विपक्षी विधायकों और सांसदों को बुलाया तो जाता है लेकिन मुख्यमंत्री के आसपास भी भटकने नहीं दिया जाता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को कटिहार पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में पक्ष और विपक्ष के स्थानीय विधायकों और सांसदों को भी आमंत्रित किया गया था। मुख्यमंत्री तय समय के मुताबिक कार्यक्रम में पहुंच गए। सत्ताधारी दल के लोगों ने उनका स्वागत भी किया लेकिन विपक्ष के विधायकों को मुख्यमंत्री से मिलना तो दूर उनके आसपास भी नहीं भटकने दिया गया। विपक्षी दल के विधायक मुख्यमंत्री से मुलाकात की जिद करते रहे लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सीएम से नहीं मिलने दिया।
कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बलरामपुर से भाकपा माले के विधायक महबूब आलम अपने अपमान को सहन नहीं कर सके और बीच सड़क पर धरना पर बैठ गए। विधायक के धरना पर बैठने के बाद अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे। किसी तरह से अधिकारियों ने हाथ पैर जोड़कर विधायक को मनाया। नाराज माले विधायक का कहना था कि उन्हें निमंत्रण देकर बुलाया गया था लेकिन सीएम से मिलने नहीं दिया गया। वे अपने लोगों के साथ सीएम का स्वागत करना चाहते थे लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया।