कश्मीर में बंधक 11 मजदूर हुए मुक्त, घर के लिए हुए रवाना

कश्मीर में बंधक 11 मजदूर हुए मुक्त, घर के लिए हुए रवाना

SHEKHPURA: शेखपुरा के कोरमा थाना क्षेत्र स्थित पानापुर गांव के 11 किशोर मजदूरों को पलामू के एक ठेकेदार ने नौकरी का झांसा देकर दिल्ली की जगह कश्मीर ले गया और दूसरी कंपनी में ले जाकर सभी को छोड़ दिया। जिसके बाद उक्त कंपनी ने सभी किशोर मजदूरों को बंधक बना लिया। फर्स्ट बिहार-झारखंड ने अपने डीजिटल प्लेटफार्म पर इस खबर को प्रमुखता से रखा जिसका बड़ा असर हुआ है। सभी 11 किशोरों को मुक्त करा लिया गया है। 


शेखपुरा और जम्मू कश्मीर प्रशासन की पहल पर सभी बच्चे जम्मू कश्मीर से अपने-अपने घर लौट रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर से सभी दिल्ली पहुंच गए है। कल रविवार को सभी अपने-अपने घर पर होंगे। अपने बच्चों की कुशल वापसी से परिजन काफी खूश हैं। कश्मीर में बंधक बनाकर रखे गये बच्चों के परिजनो को उम्मीद नहीं थी कि इस बार वे दीवाली भी मना पाएंगे। लेकिन जब उन्हें पता चला की उनका चिराग घर लौट रहा है वो भी छोटी दिवाली के दिन तो परिजनों के खुशी का ठिकाना नहीं है। वे पलके बिछाकर बच्चों का इंतजार कर रहे हैं। 


श्रम अधीक्षक ने बताया कि शेखपुरा के 11 किशोरों को दिल्ली में किसी बड़े होटल में काम रखवाने का झांसा झारखंड के दलाल ने दिया था। लेकिन दिल्ली की जगह सभी 11 किशोरों को कश्मीर भेज दिया। जहां कई दिनों से सभी को बंधक बनाकर रखा गया था। बच्चों को छोड़ने के एवज में उनके परिवारवालों से वह मोटी रकम की मांग कर रहा था। फर्स्ट बिहार ने इस खबर को प्रमुखता से चलाई थी जिसके बाद शेखपुरा जिला प्रशासन ने जम्मू कश्मीर के अधिकारियों से बातचीत की और पूरी घटना की जानकारी दी। जम्मू में बैठे अधिकारियों को जब इस बात की जानकारी हुई तब उनकी पहल पर 11 मजदूरों को मुक्त कराया गया।