Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों का तांडव, फिल्मी स्टाइल में दो लोगों को मारी गोली; एक की मौत Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों का तांडव, फिल्मी स्टाइल में दो लोगों को मारी गोली; एक की मौत Bihar News: विजयादशमी के बीच बिहार में बड़ा हादसा, कोसी नदी में पलटी नाव; पांच किसान डूबे Bihar News: विजयादशमी के बीच बिहार में बड़ा हादसा, कोसी नदी में पलटी नाव; पांच किसान डूबे रावण को कहीं दामाद, तो कहीं प्रथम देवता के रूप में होती है पूजा..दशहरा पर ये है परंपरा Bihar Crime News: बिहार में नशेड़ी ने पूजा पंडाल में मचाया जमकर उत्पात, रोकने पर युवक को मारी गोली Bihar Politics: गिरिराज सिंह ने लालू प्रसाद को बताया असली रावण, बिहार की बदहाली के लिए खूब कोसा Dussehra 2025: ‘ऐसा जवाब देंगे कि भूगोल बदल जाएगा’ विजयादशमी पर शस्त्र पूजन के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया Dussehra 2025: ‘ऐसा जवाब देंगे कि भूगोल बदल जाएगा’ विजयादशमी पर शस्त्र पूजन के दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेताया Bihar News: बिहार के इस जिले में बाघ का आतंक, बुजुर्ग को घसीटकर ले गया; तीन घंटे बाद मिला शव
1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Fri, 25 Jun 2021 03:54:54 PM IST
- फ़ोटो
PURNEA: बायसी अनुमंडल में एक बार फिर से कनकई नदी का कटाव शुरू हो गया है। जिसके कारण लोग कई जगहों पर लोग अपने आशियाने को तोड़ रहे हैं। कटाव के कारण अब लोग यहां पलायन कर रहे हैं। मामला अमौर प्रखंड के नगरा टोला की है। जहां लोग अपने पक्के मकान पर हथौड़ा चला रहे हैं। एक-एक पैसे इक्टठा कर लोगों ने आशियाने को बनाया और आज कटाव के कारण इसे तोड़ने को विवश हैं।
कनकई नदीं के कटाव के कारण यह कई गावों के लोग परेशान हैं। महिलाए नदी किनारे टीन के शेड के नीचे रहने को मजबूर हैं। लोगों में अब भी कनकई नदी का दहशत देखने को मिल रहा है। नगरा टोला के लोगों का कहना है कि कनकई नदी ने नगरा टाला में 2017 और 2020 में भारी तबाही मचायी थी।
इस दौरान प्राथमिक स्कूल समेत करीब 70 घर नदी में विलीन हो गये थे। अबकी बार कनकई नदी घर के नजदीक आ पहुंची है। सैलाब और कटाव के कहर से बचने के लिए लोग अपने ही बनाए घरों को तोड़कर सुरक्षित जगह की तलाश में निकल पड़े हैं। यदि अभी घर नही तोड़ेंगे तो एक माह बाद यही घर नदी में समा जायेगा। नदी किनारे रहने वाले लोगों का कहना है कि अब तक उन्हें किसी तरह की सरकारी लाभ नहीं मिल पायी है।
अमौर के विधायक अखतरुल ईमान कहते हैं कि नेपाल और बंगाल होकर सोनापुर से फाबिसगंज तक बहने वाली सभी नदियां आकर अमौर और बायसी में मिलती है। जिसके कारण यहां सबसे अधिक कटाव होता है लेकिन इस समस्या पर सरकार की नजर नहीं है। हालांकि कि उन्होंने इस मुद्दे को सदन से लेकर मुख्यमंत्री और आलाधिकारियों तक रखा था। यहां अबतक नाव तक उपलब्ध नहीं कराया गया है जिसे लेकर लोग काफी परेशान हैं इनकी सुनने वाला कोई नहीं है।