PATNA : जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे कन्हैया कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वह विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि पार्टी के लिए बिहार में प्रचार करते नजर आएंगे. कन्हैया ने कहा है कि पार्टी ने यह फैसला किया है कि वह मजबूती के साथ बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ेगी लेकिन वह किसी भी सीट से उम्मीदवार नहीं होंगे.
विधानसभा चुनाव को लेकर कन्हैया कुमार ने एक न्यूज चैनल को जो ताजा इंटरव्यू दिया है, उसमें स्पष्ट तौर पर कहा है कि उनकी मंशा विधानसभा चुनाव लड़ने की नहीं है. वह लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और जनता ने उन्हें नकार भी दिया था हालांकि बेगूसराय में मिली हार का दर्द कन्हैया अब तक के भुला नहीं पाए हैं. कन्हैया ने कहा कि बेगूसराय में आरजेडी में उनके खिलाफ उम्मीदवार दिया जबकि आरा में हमारे उम्मीदवार का आरजेडी ने समर्थन किया था. अगर यही स्थिति बेगूसराय में होती तो फिर नतीजा बदल सकता था. मैं जितनी वोटों से हारा और जितनी वोटें आरजेडी उम्मीदवार तनवीर आलम को मिली थीं. यह बताता है कि अगर सब कोई साथ होते तो नतीजा बदल जाता.
कन्हैया कुमार ने कहा है कि वह बिहार चुनाव में जहां तक संभव होगा प्रचार करेंगे. मजबूती से उम्मीदवारों के लिए जनसंपर्क चलाएंगे और उनका मकसद यही है कि किसी भी तरह पार्टी बिहार में अच्छे नतीजे लाए. कन्हैया ने कहा है कि सभी वामदलों को एक फोरम पर लाने के प्रयास हुए थे लेकिन बात नहीं बन सकी.
माले ने उनके साथ आकर आरजेडी से बात करने पर सहमति नहीं जताई. जिसके बाद अलग-अलग बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ है. उन्होंने साफ़ कर दिया कि विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने उनके खिलाफ जिस तरह उम्मीदवार दिया, वह करने की याद नहीं भूले हैं. अब ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कन्हैया महा गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए भी प्रचार करते हैं या फिर खुद को सिर्फ अपनी पार्टी तक ही सीमित रखते हैं.