Bihar Politics: महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़ का मामला गरमाया, तेज प्रताप ने किया शुद्धिकरण Bihar Politics: महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़ का मामला गरमाया, तेज प्रताप ने किया शुद्धिकरण bank robbery : SBI में दिनदहाड़े हो गई 20 किलो सोने और करोड़ों की कैश की लूट, पैदल ही फरार हो गए बदमाश Dhanashree Verma: धनश्री वर्मा ने युजवेंद्र चहल पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- ‘डरते हैं कहीं मैं मुंह ना खोल दूं’ पटना में BJP का पोस्टर वॉर: पीएम मोदी की मां को बताया दुर्गा, राहुल-तेजस्वी समेत पूरे विपक्ष को दिखाया महिषासुर पटना में BJP का पोस्टर वॉर: पीएम मोदी की मां को बताया दुर्गा, राहुल-तेजस्वी समेत पूरे विपक्ष को दिखाया महिषासुर PM MODI : 'किसी के परमाणु धमकी से नहीं डरता भारत...', जन्मदिन पर बोले पीएम मोदी... जरूरत पड़ने पर होगी सीधी कार्रवाई Credit Card Fraud: स्कैमर्स का निशाना बन सकता है आपका क्रेडिट कार्ड, भूल कर भी न करें ये गलतियां Bihar Crime News: थाने के लॉकअप से चकमा देकर फरार हो गए तीन अपराधी, मुंह देखती रह गई बिहार पुलिस PMO : प्रधानमंत्री कार्यालय जल्द शिफ्ट होगा: नए एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव में PMO, कैबिनेट सचिवालय और NSA सचिवालय भी होगा ट्रांसफ़र
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 11 May 2024 03:49:16 PM IST
- फ़ोटो
DESK : बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान अपनी किताब को लेकर कानूनी पचड़े में फंस गई हैं। करीना ने साल 2021 में अपनी किताब लॉन्च की थी। इस किताब का नाम ‘करीना कपूर खान्स प्रेग्नेंसी बाइबल’ है। किताब के नाम में बाइबिल शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है। जिसके बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने करीना को कानूनी नोटिस भेजा है।
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के एक वकील क्रिस्टोफर एंथोनी ने हाईकोर्ट में करीना के खिलाफ याचिका दाखिल कर उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि करीना की किताब के नाम से ईसाइयों की धार्मिक भावना आहत हुई है। किताब के नाम में बाइबिल शब्द का इस्तेमाल सस्ती लोकप्रियता के लिए किया गया है, जो आपत्तिजनक है।
रिपोर्ट्स के अनुसार मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस गुरपाल सिंह अहलूवालिया ने करीना कपूर खान को नोटिस भेज दिया है। करीना के अलावा किताब को बेचने वाले सेलर्स को भी नोटिस जारी किया गया है। हाई कोर्ट 1 जुलाई को मामले की सुनवाई करेगा।
बता दें कि याचिकाकर्ता वकील पहले अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने गए थे लेकिन जब पुलिस ने केस दर्ज करने से मना किया तो उन्होंने नीचली अदालत का रूख किया, वहां भी राहत बात नहीं बनी तो उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की।