जंगली जानवरों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने 7 को दबोचा

जंगली जानवरों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने 7 को दबोचा

KAIMUR :  जिला पुलिस ने अधौरा थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाका पर गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी कर जंगली जानवरों का शिकार करने और उनके खाल और शरीर के अंगो का तस्करी करने वाले एक बड़ा नेटवर्क का खुलासा किया है. इस नेटवर्क में शामिल दो फर्जी चिकित्सक सहित कुल 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जो बिहार यूपी और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं.


कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक इनके पास से एक तेंदुआ का खाल, 5 किलो पेंगोलिन का खाल, 81, 180 रुपये नगद, एक कस्तूरी, कई जानवरों के दांत, एक दो मुहा सांप और कछुआ बरामद किये गए हैं. साथ ही जानवर फसाने का कड़का, आठ कारतूस और जानवरों के बाल जप्त हुए हैं.


गिरफ्तार तस्कर दस हजार में जानवरों के अंगों की खरीदारी करते थे और उसका व्यापारियों के साथ चौदह लाख में बेचा करते थे. गिरफ्तार फर्जी चिकित्सक बताता है हम होम्योपैथिक का अस्पताल में प्रैक्टिस करते हैं. इसे एक चीता का खाल भभुआ शहर के निजी होटल में दिल्ली से आए व्यापारी को बेचना था. जिसके बदले में चौदह लाख में सौदा तय हुआ था, इस खाल की बिक्री कराने के एवज में हमको पांच लाख रुपये मिलता. 


आगे जानकारी देते हुए कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया डब्लू सी सी बी से गुप्त सूचना मिला था कि अधौरा पहाड़ पर वन्यजीवों की तस्करी का एक गिरोह सक्रिय है. शहर के एक निजी होटल के पास जानवरों के अंगों की खरीद बिक्री करने के लिए जुट रहे हैं. जहां पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए शादे ड्रेस में निजी होटल के पास छापामारी करते हुए कुल 3 लोगों को गिरफ्तार किया, जो कैमूर, रोहतास जिले के रहने वाले हैं. उनके पास से संरक्षित एक तेंदुए का खाल और 5 किलो पेन्गोलीन का खाल बरामद हुआ है. 


इनसे पूछताछ पर गिरोह का मास्टरमाइंड मनोज कुमार जो यूपी के सोनभद्र का रहने वाला है और उसका साथी देवा कुमार मल्ली जो पश्चिम बंगाल के चौबीस परगना का रहने वाला है, इनकी गिरफ्तारी हुई. ये दोनों पहाड़ी पर बंगाली क्लीनिक चलाता है और इनका एक साथी जो अधौरा में सीएसपी संचालक है, उसकी गिरफ्तारी हुई. उसके पास से 81180 रुपये नगद , एक कस्तूरी और कई संरक्षित जानवरों के दांत, एक दो मुहा सांप, और कछुआ बरामद हुआ. 


इसके बाद पुनः इनके द्वारा बताया गया कि अधौरा पहाड़ी के बड़वान कला गांव में हरि यादव के पास एक लेपर्ड का खाल है, जिसके व्हाट्सएप के माध्यम से बेचने के लिए खरीदारों के पास भेजा गया है. जब वहां छापेमारी की गई तो हरी यादव घर से फरार हो गया, लेकिन उसका एक बेटा और दो अन्य सहयोगी को शराब चूलाते हुए गिरफ्तार किया गया. जिनके पास से जंगली जानवर फसाने का ककड़ा, आठ कारतूस और जानवरों के डांट बरामद किए गए हैं. इन सभी को गिरफ्तार कर उनको जेल भेजा जा रहा है.