KAIMUR: बिहार में शराबबंदी के बाद दूसरे नशों का चलन तेजी से बढ़ रहा है। नशे के आदि हो चुके लोग शराब की के विकल्प के तौर पर दूसरे नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। यही वजह है कि शराब के साथ साथ अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी जोरों पर है। आए दिन राज्य के अलग-अलग जिलों में नशे की खेप पकड़ी जा रही है। कैमूर में पुलिस ने 3100 पीस प्रतिबंधित इंजेक्शन के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, बिहार में शराबबंदी के बाद विभिन्न तरह के नशीले पदार्थों का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। कैमूर पुलिस की सख्ती के कारण शराब के कारोबारी में जहां कमी आई है तो वहीं नशे का इंजेक्शन लेने वालों की संख्या काफी तेजी से बढा है। कैमूर के मोहनिया पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मोहनिया बस स्टैंड से दो लोगों को हिरासत में ले लिया। उनके पास मौजूद दो थैलों की जांच की गई तो भारी मात्रा में प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद हुआ।
पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो उनके द्वारा बताया गया कि रोहतास जिले के सासाराम थाना क्षेत्र के अमरा तालाब के नरेंद्र मेडिकल हॉल से यह लोग प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन लाकर मोहनिया में सप्लाई करने वाले थे। इसके बाद पुलिस सासाराम थाना के अमरा तालाब पहुंचकर नरेंद्र मेडिकल हॉल में छापेमारी की, जहां से 2800 पीस प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपी दुकानदार नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के अवांरी गांव के बबलू राम का 20 वर्षीय पुत्र पंकज कुमार और मोहनिया थाना क्षेत्र के दादर गांव के सत्येंद्र सहनी का 21 वर्ष से पुत्र संदीप कुमार और अमरा तालाब के स्वर्गीय वसंत सिंह के 60 वर्षीय पुत्र नरेंद्र कुमार शामिल है। पुलिस तीनों से कड़ी पूछताछ कर रही है। बरामद नशीले इंजेक्शन की कीमत तीन लाख रुपए बताई जा रही है।