'कभी केजरीलवाल तो कभी लालू ....', INDIA में नहीं बन रही बात, हर बैठक में नाराज होते रहे कोई न कोई बड़े नेता; जानिए क्या है इसकी वजह

'कभी केजरीलवाल तो कभी लालू ....', INDIA में नहीं बन रही बात, हर बैठक में नाराज होते रहे कोई न कोई बड़े नेता; जानिए क्या है इसकी वजह

PATNA : केंद्र की भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्षी पार्टियां लगातार नए-नए तरकीब पर विचार कर रही है। इसी को लेकर विपक्षी दल एक छत के नीचे आ तो गए हैं लेकिन अभी भी इनके अंदर का मनमुटाव कम नहीं हुआ है। इस बात का प्रमाण विपक्षी दलों के पिछले चार बैठकों में देखने को नहीं मिला है। हर बैठक में कोई न कोई नेता किसी न किसी मुद्दे पर नाराज नजर आया। मंगलवार को दिल्ली में हुई चौथी बैठक में नीतीश कुमार और लालू यादव नाराज नजर आए। 


दरअसल, 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे और प्रचार जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विपक्षी पार्टियों ने दिल्ली में INDIA की चौथी बैठक बुलाई। इसमें 28 पार्टियां शामिल हुईं, उन्होंने अपनी पार्टी की लाइनें प्रस्तावित कीं। इस दौरान ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का प्रधानमंत्री चेहरा बनाए जाने का प्रस्ताव रखा। जिसका दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। 


वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू यादव मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम बनाने से से नाराज नजर आए।  इतना ही नहीं, दोनों नेता बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए और बैठक के बाद होने वाली प्रेस कांफ्रेंस में भी शामिल नहीं हुए। लेकिन, सबसे बड़ी बात यह है कि यह पहली बार नहीं है जब INDIA की बैठक में कोई नेता नाराज नजर आया हो। इससे पहले की भी बैठकों पर भी नजर डालें तो इस तरह के कई वाकये सामने आ जाएंगे। 


सबसे पहले जब विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी तो इस बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल नाराज नजर आए। इसका  कारण यह था कि  वह चाहते थे कि दिल्ली में नौकरशाहों पर नियंत्रण संबंधी अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो और कांग्रेस इस पर उनका समर्थन करे। लेकिन, कांग्रेस ने अपना हाथ पीछे खींच लिया था। जसिके बाद वो नाराज हो गए थे। जिसके बाद नीतीश कुमार ने मुलाकात कर वापस ने उनको मनाया। 


इसके बाद बात करें दूसरी बैठक का तो 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई दूसरी बैठक में  26 विपक्षी पार्टियां एक साथ आईं। इस बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को INDIA नाम दिया गया। INDIA मतलब- इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस है। इस बैठक में नाम को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नाराज हो गए। जसिके बाद उनकी बात इस गठबंधन के कई नेता से हुआ और फिर सबकुछ पटरी पर आ गया। ऐसा माना जा रहा था। 


वहीं,तीसरी बैठक के दौरान गठबंधन ने पांच समितियों का गठन किया, जिनमें अभियान समिति, समन्वय/रणनीति समिति, मीडिया, सोशल मीडिया और अनुसंधान समिति शामिल हैं। इस बैठक में पांच राज्यों में होने वाले चुनावों के लिए रणनीति तैयार की गयी। लेकिन, यहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज नजर आई थीं। इसका कारण यह था कि ममता चाहती है थी कि इस बैठक में सीट बंटवारे का फार्मूला तय कर लिया जाए। लेकिन,उनकी बात नहीं मानी गई। जिससे वो नाराज हो गई। हालांकि, बाद में कई वरीय नेता से बातचीत कर कुछ हद तक समझौता कर लिया गया। 


उसके बाद अब  मंगलवार को ही हुई INDIA चौथी बैठक में सीट-बंटवारे, संयुक्त अभियान का खाका और 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने की रणनीति बनाने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। लेकिन यहां मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तावित करने को लेकर लालू प्रसाद और नीतीश कुमार नाराज हो गए और बैठक के बीच से चले गए। 


उधर, पीएम चेहरे को लेकर खींचतान है तो वहीं सीटों का बंटवारा भी INDIA के लिए बड़ी चुनौती है। ऐसा माना जा रहा था  31 दिसंबर तक सीटों के बंटवारे पर गठबंधन में सहमति बन जाएगी। लेकिन, जिस तरह से दिल्ली में आप-कांग्रेस, बंगाल में टीएमसी-कांग्रेस, एमपी में सपा-कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर तकरार नजर आ चुकी है उससे इसमें भी देर होने की पूरी संभावना है।